गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने 45 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी है। इससे कुत्तों में कृत्रिम गर्भाधान पर शोध होगी। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी में कुत्तों का एक स्पर्म बैंक भी बनेगा ताकि बढ़िया नस्ल के कुत्तों का गर्भधारण आसानी से कराया जा सके। विभागाध्यक्ष डॉ. मिरगांक होनपारखे ने बताया कि पालतू कुत्तों के मालिक और इस क्षेत्र के पेशेवर लंबे समय से बेहतर नस्ल के लिए कृत्रिम गर्भाधान की मांग कर रहे थे। यह देश का पहला ऐसा बैंक होगा, जो सामान्य और विशेष नस्ल के कुत्तों के स्पर्म को प्रजनन के लिए स्टोर करेगा। वाइस चांसलर डॉ. जतिंदर पाल सिंह गिल ने कहा कि पशुधन और पालतू पशु मालिकों की सुविधा के लिए नई सेवाएं विकसित की जाएंगी। इससे विद्यार्थियों का ज्ञान भी बढ़ेगा।