भास्कर न्यूज| कसडोल शासन के दोषपूर्ण युक्ति युक्त करण से कई शिक्षक शिक्षिकाएं घर से बेघर हो गए। शिक्षकों ने बताया कि शिक्षक को दावापत्ति का समय नहीं दिया गया काउंसलिंग के एक-दो दिन पूर्व न सूची चश्पा हुई न ही रिक्त स्थान की जानकारी दी गई। जबकि यह असवैधानिक है कोर्ट ने भी कहा है काउंसलिंग के पूर्व दावापत्ति फिर काउंसलिंग होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उक्त जानकारी ब्लॉक अध्यक्ष मुरीत श्रीवास ने दी। उन्होंने कहा कि यही नहीं अधिकारियों व बाबूओं द्वारा सूची में जानबूझकर त्रुटि की गई। जैसे मुड़पार को मोपर, गिदोंला को गोढी़, नरधा को नगरदहरा जैसे बहुत सारे त्रुटि सामने आया है इसी तरह इंदिरा कॉलोनी से दो शिक्षक राम लखन साहू एवं हरेश्वरी कैवर्त्य को निकाला गया जबकि वहीं एक पद खाली दिख रहा था। बाद में करेक्शन करके एक शिक्षक का पद स्थापना की गई। इसी कड़ी में इग्नाइट स्कूल में पवन कुमार पैकरा व्यवस्था में है जिसकी मूल शाला पचपेड़ी है उसका व्यवस्था अभी तक वापस नहीं किया गया और न हीं वहां से अतिशेष शिक्षक निकाला गया। जबकि दर्ज संख्या 60 से कम है। ऐसी स्थिति में युक्तियुक्तकरण के पहले न किसी प्रकार की सूची चश्मा की गई और न ही दावापत्ति का समय दिया गया यही नहीं शिक्षक और व्याख्याता का तो कोई सूची ही नहीं निकाला गया। सीधा काउंसलिंग कर दी गई।