‘मेरे भांजे के ससुराल वाले उसको और पूरे परिवार को टॉर्चर कर रहे थे। झूठे आरोप लगाकर मुकदमे में फंसाने धमकी देते थे। कहते थे कि भरी पंचायत में तुम्हें और तुम्हारे पूरे परिवार की इज्जत उतारेंगे। इसी से परेशान होकर मेरे दोनों भांजे और बहन ने सुसाइड कर दिया।’ इतना कहते-कहते जगदीश सिंह राजपुरोहित का गला भर आता है। आंखों से आंसू छलक उठते हैं। 2 दिन पहले तक उनकी बहन भंवरी (54) का हंसता-खेलता परिवार था। जवान दो-दो भांजे (नवरत्न सिंह राजपुरोहित और प्रदीप सिंह राजपुरोहित) थे। आज सब कुछ बर्बाद हो गया है। एक साथ एक ही परिवार के तीन लोगों ने आखिर जान क्यों दे दी, इसकी पड़ताल करने दैनिक भास्कर रिपोर्टर जोधपुर से 60 KM दूर ओसियां स्थित बिगमी गांव पहुंचा। पढ़िए यह ग्राउंड रिपोर्ट… बिगमी गांव में सन्नाटा पसरा था। लोग दबी जुबान में एक ही घर में तीन लोगों की सुसाइड की चर्चा कर रहे थे। सीधे तौर पर कोई कुछ कहने को तैयार नहीं था। 10 दिसंबर को प्रदीप (24), नवरत्न (27) और उनकी मां भंवरी (54) ने इसी गांव में चूहे मारने की दवा खाकर सुसाइड कर लिया था। 4 महीने पहले ही हुई थी शादी
नवरत्न के चाचा राजू सिंह राजपुरोहित बताते हैं- 4 महीने पहले ही नवरत्न की शादी हुई थी। जब से शादी हुई, तभी से ससुराल वाले धमकी देते थे। पूरे परिवार को ससुराल वाले परेशान करते थे। कहते थे- तेरे गांव में आकर पंचायत बैठाएंगे इसी वजह से पूरा परिवार परेशान था। बदनामी का डर सता रहा था। नवरत्न के ससुराल पक्ष के लोग उसे परेशान कर रहे थे। बार-बार उलाहना देते थे कि तूने बेटी से मारपीट की तेरे गांव में आकर पंचायत बैठाएंगे। 2 दिन पहले ही नवरत्न के साले श्रवण सिंह ने जेल भिजवाने की धमकी दी थी। समाज में बदनामी के डर से तीनों ने सुसाइड कर लिया। पिता नमकीन के कारोबारी थे
राजू सिंह कहते हैं- नवरत्न के पिता नमकीन व्यापारी थे। बठिंडा (पंजाब) के अबोहर में अच्छा खास कारोबार चल रहा था। 2012 में उनकी नमकीन की फैक्ट्री में आग लग गई थी। इसमें जलकर पिता की जान चली गई थी। उस समय नवरत्न और उसका भाई प्रदीप छोटे थे। पिता के जाने के बाद दोनों भाइयों ने जब होश संभाला तो फाइनेंस कंपनी में काम करना शुरू किया था। सुसाइड का मैसेज वॉट्सऐप भी किया था
नवरत्न ने वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट अपने रिश्तेदारों को भेजा था। इसमें नवरत्न की पत्नी नीतू कंवर, ससुर लाल सिंह, साले श्रवण सिंह को मौत का जिम्मेदार बताया था। इसके बाद चूहे मारने वाली दवा पीकर तीनों ने सुसाइड कर लिया था। 12 साल का मौसेरा भाई घर पहुंचा तो तीनों जमीन पर पड़े थे। मुंह से झाग निकल रहे थे। इतने में प्रदीप का दोस्त पिंटू भी पुलिस लेकर आ गया। ग्रामीणों की मदद से उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोस्त को पोटली में बांधकर सुसाइड नोट दिया
इस केस में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। सुसाइड से पहले 10 दिसंबर की सुबह करीब साढ़े आठ बजे नवरत्न का छोटा भाई प्रदीप अपने ज्वेलर दोस्त पिंटू को एक पोटली देकर आया था। यह बात खुद पिंटू ने बताई। पिंटू ने बताया- दुकान पर आकर प्रदीप ने कहा था कि यह गिफ्ट है। वह शाम को वापस आकर ले जाएगा। कहा था- इसे संभाल कर रखना, अभी खोलना मत। प्रदीप के हावभाव देखकर मुझे शक हुआ। मैंने 15 मिनट बाद ही पोटली खोल ली। उसमें एक सोने की चेन और सुसाइड नोट था। उसे पढ़ने के तुरंत बाद मैंने प्रदीप को फोन किया। उसने कहा कि बिगमी गांव में जरूरी काम से पहुंचना है। शाम को आकर पोटली ले जाएगा। ओसियां से बिगमी की दूरी करीब 7 किमी है। दोस्त पुलिस लेकर पहुंचा था
पिंटू ने सुसाइड नोट पर लिखे नंबरों पर फोन किया। वह नंबर प्रदीप के किसी रिश्तेदार का था। उस रिश्तेदार ने बताया कि वह अभी पंजाब में है। थोड़ी देर में जानकारी लेकर बताता हूं। इस बीच करीब आधे घंटे का समय बीत गया। बाद में ज्वेलर पिंटू ओसियां थाने पहुंचा और पुलिस को सारी जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची तब तक तीनों अचेत पड़े थे। पत्नी सहित दो लोगों को डिटेन किया
ओसियां पुलिस ने इस मामले में नीतू कंवर सहित 2 लोगों को डिटेन किया है। बताया जा रहा है कि घटना से पहले नवरत्न और उसके भाई ने नीतू कंवर को दूसरे कमरे में बंद कर दिया था। इसके बाद सुसाइड किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। चाचा बोले- पत्नी नीतू से था विवाद
चाचा राजू सिंह ने बताया- हमारे परिवार का आपसी कोई विवाद नहीं था। यह विवाद नवरत्न और उसकी पत्नी नीतू से शुरू हुआ था। दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। नीतू अलग कमरे में रहती थी। गांव में उनका खेत भी है। 8 दिसंबर को ही खेत के कुछ पैसे आए थे। इसके बाद नीतू कंवर से विवाद शुरू हुआ। हमने नवरत्न के ससुराल वालों को भी बुलाया था। लेकिन, वो नहीं आए। आते तो शायद साथ बैठ कर उनके साथ बात हो जाती और तीनों सुसाइड नहीं करते। ताऊ के बेटे की शादी नवरत्न के साले से हुई थी
चाचा राजू सिंह ने बताया- हमारे भाई देवी सिंह की बेटी की शादी नवरत्न के साले के साथ की गई थी। उनकी शादी फरवरी में करने का विचार था, लेकिन मंडला में नवरत्न के ससुराल वालों ने जल्दी शादी करने का दबाव बनाया। इस पर नवरत्न के ताऊ की बेटी की शादी जल्दी की गई। सुसाइड नोट में ये लिखा था
पिंटू को दिए सुसाइड नोट में लिखा था- हम तीनों की मौत की सजा भाई की पत्नी नीतू कंवर गांव मंडला और उसके पापा लाल सिंह, भाई हुकम सिंह और श्रवण सिंह को जरूर दिलाना। हमको पिछले 3 महीने से बहुत परेशान किया। इस पोटली में शेर के नाखून वाली चेन हितेंद्र सिंह बावड़ी की है। उनसे बात करके उनको दे देना। मेरी मौसी और मौसा जी को इस चेन में से 2 लाख रुपए दे देना। घर जाकर मेरी कार ले लेना। जो रुपए आएं उसे बिगमी गांव की गोशाला में दान कर देना। जिनका सुसाइड नोट में नाम उन्हें सजा मिले
नवरत्न के मामा जगदीश ने ओसियां थाने में नीतू कंवर, ससुर लाल सिंह, साले श्रवण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इसमें बताया कि ससुराल वाले उनके भांजे को टॉर्चर कर रहे थे। झूठे आरोप लगा कर उन्हें मुकदमे में फंसाने की धमकी देते थे। इसलिए मजबूर होकर उन्होंने सुसाइड किया है। जगदीश ने बताया- 10 दिसंबर की शाम 4 बजे से आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर परिजनों ने धरना शुरू किया था। 11 दिसंबर की देर रात करीब 10 बजे धरना समाप्त हुआ। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते थे
नवरत्न और प्रदीप सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते थे। उन्हें इंस्टाग्राम पर रील बनाने का शौक था। सुसाइड से पहले उन्होंने अपने अकाउंट डिलीट कर दिए थे। सुसाइड कांड से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… जोधपुर में सामूहिक आत्महत्या,मां और 2-बेटों ने जहर पीया:12 साल का मौसेरा भाई पहुंचा तो मुंह से झाग निकल रहे थे;वॉट्सऐप पर भेजा था सुसाइड नोट जोधपुर में पारिवारिक विवाद के चलते मां और 2 बेटों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। बड़े बेटे ने वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट अपने रिश्तेदारों को भेजा था। (पढ़ें पूरी खबर)


