भास्कर संवाददाता | दौसा राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेशव्यापी आह्वान पर बुधवार को विद्युत निगमों में विभिन्न प्रक्रियाओं एवं मॉडल के नाम पर किए जा रहे निजीकरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति दौसा वृत के तत्वावधान में निगम के अधिकारी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध जयपुर विद्युत वितरण श्रमिक संघ के डिस्कॉम महामंत्री हेमंत कुमार त्रिवेदी ने कहा कि जिले के निगम के अधिकारी-कर्मचारियों की ओर से निजीकरण का विरोध जताते हुए दिनभर कार्यालय में काली पट्टी बांधकर कार्य संपादित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी लोक कल्याणकारी भूमिका को छोड़कर विद्युत क्षेत्र को लाभ-हानि के आधार पर संचालन की मंशा से आगे बढ़ रही है, उसी के कारण विद्युत प्रशासन की ओर से विद्युत निगमों का द्रुतगति से विभिन्न प्रक्रियाओं व मॉडल के नाम पर निजीकरण किया जा रहा है, जो किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। बिजली वर्कर्स फेडरेशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि निजीकरण के विरोध में 20 दिसम्बर को जयपुर स्थित विद्युत भवन पर प्रदर्शन कर प्रबंध निदेशक के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिले के विविध संगठनों से बनी विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, अधिकारियों सहित हजारों कर्मचारी मौजूद रहे।


