अगर आप इस धनतेरस पर सोना खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो ट्रेडिशनल गोल्ड के गहनों या सिक्कों की जगह गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी ETFs आपके लिए एक शानदार ऑप्शन हो सकते हैं। वहीं टॉप-6 गोल्ड ETFs ने इस साल अब तक 66% से ज्यादा रिटर्न भी दिया है। टॉप-6 गोल्ड ETF, 2025 में अब तक 66% रिटर्न दिया सोर्स: Ace MF (03 अक्टूबर)। सोना 6 अक्टूबर को ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹2,105 बढ़कर ₹1,19,059 पर पहुंच गया। इस बीच गोल्ड ETFs न सिर्फ निवेश का आसान और सुरक्षित तरीका है, बल्कि ये आपको महंगाई, आर्थिक अनिश्चितता और वैश्विक तनाव के दौर में भी अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। आइए, जानते हैं कि गोल्ड ETFs क्या हैं और ये खास क्यों हैं… गोल्ड ETF क्या है? गोल्ड ETF एक तरह का म्यूचुअल फंड है, जो सोने की कीमत को ट्रैक करता है। इसमें हर यूनिट आमतौर पर एक ग्राम सोने के बराबर होती है, जो हाई प्योरिटी फिजिकल गोल्ड पर बेस्ड होता है। आप इसे स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर की तरह खरीद-बेच सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको सोने के गहने या सिक्के खरीदने की झंझट नहीं उठानी पड़ती। ना चोरी का डर, ना स्टोर करने की चिंता, और ना ही प्योरिटी की जांच का टेंशन। गोल्ड ETF के फायदे गोल्ड ETF में निवेश कैसे शुरू करें? गोल्ड ETF खरीदना बेहद आसान है। आपके पास डीमैट अकाउंट और ब्रोकरेज खाता होना चाहिए। आप स्टॉक एक्सचेंज (जैसे BSE या NSE) पर ट्रेडिंग घंटों के दौरान इसे खरीद सकते हैं। आप चाहें तो छोटी राशि से भी शुरुआत कर सकते हैं। धनतेरस पर गोल्ड ETF क्यों चुनें? धनतेरस पर सोना खरीदना हमारी परंपरा का हिस्सा है। लेकिन इस बार क्यों न डिजिटल सोने में निवेश करें? गोल्ड ETF न सिर्फ ट्रेडिशनल सोने की तुलना में सस्ता और सुरक्षित है, बल्कि ये आपको बाजार की तेजी का फायदा भी देता है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोने की मांग बढ़ रही है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि गोल्ड में ये तेजी आगे भी जारी रह सकती है। अगर आप सोने में निवेश की सोच रहे हैं, तो गोल्ड ETF एक स्मार्ट, भविष्य के लिए तैयार और परेशानी मुक्त विकल्प है। ये न सिर्फ आपके पोर्टफोलियो को मजबूत करेगा, बल्कि आपको आर्थिक अनिश्चितता के खिलाफ सुरक्षा भी देगा। तो इस धनतेरस, डिजिटल सोने में निवेश आपके लिए अच्छा ऑप्शन होगा।