भास्कर न्यूज | लुधियाना श्री प्रेम धाम द्वारा 21 अप्रैल को श्री राम लीला मैदान, दरेसी से निकाली जाने वाली शोभायात्रा को लेकर उपजे विवाद के बीच शनिवार को श्री गीता माता मंदिर में संत समाज के सान्निध्य में सनातन धर्म सभा का आयोजन किया गया। बैठक में 12 ठोस प्रस्ताव पारित किए गए और इनके अमल के लिए एक कोर कमेटी के गठन की घोषणा की गई। संत समाज ने स्पष्ट किया कि ऐतिहासिक श्री राम लीला मैदान से कोई गैर सनातनी यात्रा नहीं निकलने दी जाएगी। बैठक में प्रमुख संतों और पंडितों ने हिस्सा लिया, जिनमें गुरुदेव आनंद अत्तरी, महंत दिनेश पुरी (संगला शिवाला), पंडित अजय वशिष्ठ, पंडित दीपक वशिष्ठ, पंडित विजय शर्मा, पंडित शिवम् भारद्वाज, पंडित विशाल शास्त्री, पंडित पंकज वशिष्ठ और बाबा संजय गुप्ता प्रमुख थे। पारित प्रस्तावों में बांग्लादेश निंदा प्रस्ताव, धर्म परिवर्तन का विरोध, डेरों के बहिष्कार, गऊ सेस का प्रबंधन, सनातन धर्म रक्षक सेना का गठन, बिना बुलाए धर्म विरोधी घटनाओं पर संघर्ष करने, सनातनी संतों का गैर सनातन मंचों से दूर रहना, श्री राम लीला मैदान में गैर सनातनी गतिविधियों पर रोक, झांकियों में 12 साल से कम बच्चों को स्वरूप बनाना, स्वरूपों का नचाव बंद करना, मृत्यु भोज की समाप्ति, आरती खड़े होकर कराना और मंदिरों में शस्त्र-शास्त्र पूजा को अनिवार्य बनाने जैसे बिंदु शामिल रहे। इसके अलावा निर्णय लिया गया कि जागरण और चौकियों में पार्टी कल्चर खत्म कर लंगर की परंपरा अपनाई जाए और सभी सनातनी अपने-अपने नजदीकी मंदिरों से जुड़े रहें। कोर कमेटी शहर के धार्मिक स्थलों और समाज के लोगों को इन प्रस्तावों के प्रति जागरूक करेगी और कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगी। सनातन धर्म सभा में विभिन्न हिन्दू संगठनों में श्री रामलीला कमेटी के दिनेश मरवाहा, प्रवीण डंग, राजेश जैन बॉबी, महेश दत्त शर्मा, एडवोकेट हर्ष शर्मा, जतिंदर गौरियान, कशिश रतडा, अशोक थापर, संजय थापर, हैप्पी कुमार, ऋषि जैन, जयकिशन सिडाना, अमित नेगी, विक्रम आनंद, नरेश माटा आदि कई लोग शामिल हुए। वहीं सनातन धर्म सभा में समूह संत समाज ने सयुंक्त रूप से कहा कि प्रत्येक महीने सनातन धर्म सभा आयोजित कर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार तेज किया जाएगा।