नंवबर में फूड प्राइसेस 19 महीने के उच्चतम स्तर पर:अमेरिकी एजेंसी की रिपोर्ट- वेजिटेबल ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते दाम बढ़े

नंवबर में फूड प्राइसेस 19 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) ऑफ यूनाइटेड नेशन्स के डेटा के अनुसार, नंवबर 2024 में वेजिटेबल ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते यह दाम बढ़े। FAO डेटा के मुताबिक, नवंबर में फूड प्राइस इंडेक्स एवरेज 127.5 अंक रहा, जो अक्टूबर के लेवल से 0.5% ज्यादा है। वहीं, एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 5.7% ज्यादा है। यह इंडेक्स अप्रैल 2023 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है। वेजिटेबल ऑयल की कीमतें 7.5% बढ़ी वेजिटेबल ऑयल की कीमतों में पिछले महीने की तुलना में 7.5% की बढ़ोतरी हुई। यह जुलाई 2022 के बाद किसी एक महीने में सबसे तेज बढ़त है। यह बढ़ोतरी पाम ऑयल, रेपसीड, सोया और सूरजमुखी के तेल की कीमतों के बढ़ने के चलते हुई है। इस दौरान डेयरी मिल्क पाउडर के साथ बटर और चीज की कीमतों में भी 0.6% की बढ़ोतरी हुई है। अनाज की कीमतों में 2.7% की गिरावट आई FAO के अनुसार, नवंबर में अनाज की कीमतों में 2.7% की गिरावट आई। दुनियाभर में गेहूं के बड़े निर्यातक देशों सप्लाई में बढ़ोतरी और फसल की स्थिति में सुधार के चलते गेहूं की ग्लोबल कीमतों में गिरावट रही। जबकि मक्का की कीमतें स्थिर रहीं। क्योंकि, साउथ अमेरिका में आम तौर पर फेवरेबल मौसम ने ब्राजील और मैक्सिको में मजबूत मांग को बैलेंस किया। पिछले साल के मुकाबले मीट की कीमतें 5.9% बढ़ी वहीं, मीट की कीमतों में मासिक आधार पर 0.8% की गिरावट आई, लेकिन एक साल पहले की तुलना में 5.9% की बढ़ोतरी हुई। ज्यादा सप्लाई और कम मांग के चलते सुअर के मांस की कीमतों में गिरावट रही। हालांकि, अंडे और चिकन में भी मामूली गिरावट देखी गई। लगातार दो महीने बढ़ने के बाद चीनी की कीमतों में अक्टूबर की तुलना में 2.4% और पिछले साल नवंबर की तुलना में 21.7% की गिरावट रही। ———————————– खाने पीने की चीजें और रिटेल महंगाई से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अक्टूबर में रिटेल महंगाई बढ़कर 6.21% पर पहुंची: ये 14 महीनों में सबसे ज्यादा; सब्जी, फल और मीट के दाम बढ़े खाने-पीने की चीजें महंगी होने से अक्टूबर में रिटेल महंगाई दर बढ़कर 6.21% पर पहुंच गई है। ये महंगाई का 14 महीनों का उच्चतम स्तर है। अगस्त 2023 में महंगाई दर 6.83% रही थी। वहीं अक्टूबर से एक महीने पहले सितंबर में भी सब्जियां महंगी होने से ये दर 5.49% पर पहुंच गई थी। महंगाई के बास्केट में लगभग 50% योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है। इसकी महंगाई महीने-दर-महीने आधार पर 9.24% से बढ़कर 10.87% हो गई है। वहीं ग्रामीण महंगाई 5.87% से बढ़कर 6.68% और शहरी महंगाई 5.05% से बढ़कर 5.62% हो गई है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

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