नई ​सुविधा:शंकरनगर-कचना के फ्लाईओवर के ऊपर से गुजरेगा एक्सप्रेस वे-2, दोनों जगह बनेंगे डबल डेकर ओवरब्रिज

मोवा-जोरा के बीच 14.70 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे-2 का प्रारंभिक मैप तैयार कर लिया गया है। एक्सप्रेस-वे 2 हालांकि मोवा ओवरब्रिज के पास से रेलवे पटरी के किनारे-किनारे जोरा तक बनाया जाएगा लेकिन इसे बनाने के लिए रेलवे की एक इंच जमीन नहीं ली जाएगी।
पहले चरण के सर्वे के दौरान पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने सड़क के लिए नाप-झोंक कर ली है। उसी के बाद ये तय किया गया कि पूरा एक्सप्रेस-वे सरकारी और प्राइवेट जमीन का अधिग्रहकरण कर बनाया जाएगा। नया एक्सप्रेस-वे शंकरनगर और कचना के फ्लाईओवर के ऊपर से गुजरेगा। दोनों जगहो पर एक्सप्रेस-वे 2 पर डबल डेकर फ्लाईओवर ब्रिज बनाए जाएंगे।
नए एक्सप्रेस-वे की सड़क 45 मीटर चौड़ी होगी। यह रोड पहले से शहर के मास्टर प्लान में है। इसलिए रोड बनाने के लिए भू-अधिग्रहण में ज्यादा परेशानी नहीं आएगी। मास्टर प्लान का हवाला देकर रोड के दायरे में आने वाली सरकारी और निजी जमीनों का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार मोवा से जोरा के बीच के पूरे हिस्से में मोवा फ्लाईओवर से शंकर नगर फ्लाईओवर के बीच वाले पैच में ही बसाहट है। उसके बाद पिरदा रेलवे क्रासिंग तक पटरी के दोनों ओर बसाहट नहीं है। विभाग पिरदा रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाएगा।
एक्सप्रेस-वे 2 पिरदा रेलवे क्रासिंग से होते हुए सीधे कृषि विश्वविद्यालय के पास नवा रायपुर की सड़क से जोड़ा जाएगा। इससे लोग सीधे नवा रायपुर जा सकेंगे। उन्हें जीई रोड पर भी आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 14 वार्ड के 5 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगी राहत
मोवा से फुंडहर जाने वालों को अभी नवा रायपुर जाने के लिए अलग-अलग 5 सिग्नल पर रुकना पड़ता है। इस वजह से मोवा-पंडरी इलाके के लोगों को जोरा पहुंचने में करीब आधे घंटे से अधिक लग जाते है। लेकिन एक्सप्रेस-वे 2 बनने से सिग्नल पर रूकने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे महज 10-12 मिनट में मोवा इलाके से जोरा पहुंच जाएंगे। इससे करीब 15 से 20 मिनट समय की बचत होगी। पीडब्ल्यूडी के सर्वे के मुताबिक नए एक्सप्रेस-वे से इस इलाके में निगम के करीब 14 वार्ड के 5 लाख से अधिक लोगों को फायदा मिलेगा।
पंडरी में लगने वाले जाम और बार-बार सिग्नल से छुटकारा
मोवा से जोरा जाने के लिए लोग अभी लोधीपारा, पंडरी बाजार के सिग्नल पार करने के बाद एक्सप्रेस-वे पर पहुंचते हैं। वहां से तेलीबांधा के सिग्नल से गुजरना पड़ता है। उसके बाद वीआईपी रोड और अग्रसेन चौक का सिग्नल पार करने के बाद जोरा पहुंच पाते हैं। पीडब्ल्यूडी ने बजट में पंडरी से मोवा तक ओवरब्रिज बनाने के लिए बजट में खालसा स्कूल से पंडरी थाने तक ओवरब्रिज के निर्माण की स्वीकृति दे दी है। इसके बन जाने से पंडरी में लगने वाला जाम और सिग्नल पर भी लोगों को नहीं रूकना पड़ेगा।
इसलिए नहीं ली जाएगी रेलवे की जमीन
एक्सप्रेस-वे का निर्माण मोवा रेल पटरी की किनारे मोवा की ओर वाली जमीन पर बनाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अफसरों के अनुसार यहां से विशाखापट्टनम रेल लाइन गुजरती है। ये अभी ब्राडगेज लाइन है। अभी ये टू लेन है। शहर में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए आने वाले दिनों में ये थ्री या फोर लेन होगी। इसके लिए रेलवे पटरी के किनारे की अपनी ही जमीन का उपयोग करेगा। ऐसी दशा में एक्सप्रेस-वे2 बनाने में तकनीकी पेंच आएगा। इसी वजह से पीडब्ल्यूडी रेलवे की जमीन नहीं लेगा।

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