अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने बुधवार दोपहर करीब 1 बजे नर्मदा कॉलेज गेट पर ताला जड़कर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र नेता करीब एक घंटे तक गेट पर तला लगाकर प्रदर्शन करते रहे। कॉलेज का गेट बंद होने से बाकी छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान छात्र और स्टाफ कॉलेज के अंदर-बाहर नहीं कर पा रहे थे। कुछ छात्र बाहर खड़े रहकर ही अपने घरों को लौट गए। उसी दौरान कुछ छात्राएं दीवार कूदकर बाहर आती दिखी। छात्राओं ने कहा कि संगठन मांग कर रहा अच्छी बात है, लेकिन हमें क्यों परेशान कर रहे। हम अंदर कैद हो गए। मेरे जैसे हजारों विद्यार्थी है। जिन्हें परेशानी हो रही है। प्राचार्य को ज्ञापन देने के बाद गेट खोला एबीवीपी ने कॉलेज में बाहरी लोगों के आने पर रोक, विद्यार्थी और स्टाफ की अलग-अलग पार्किंग, रेगुलर कक्षाएं लगाने, फर्जी छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने समेत अन्य मांगों को लेकर कॉलेज प्राचार्य को पत्र देने पहुंचे थे। वह प्राचार्य को पत्र देने से पहले गेट पर धरना प्रदर्शन करते रहे। करीब एक घंटे बाद प्राचार्य डॉक्टर रामकुमार चौकसे मीटिंग से लौटकर कॉलेज पहुंचे। धरना दे रहे छात्रों ने प्राचार्य को अपनी समस्या बताई और ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद बाद गेट खोला गया। एबीवीपी के जिला संयोजक मृदुलनाथ चौहान, नगर मंत्री अभिषेक पटेल समेत अन्य छात्र नेता उपस्थित रहे। प्राचार्य बोले- मांगों पर काम जारी है प्राचार्य डॉक्टर रामकुमार चौकसे ने बताया कि अभाविप छात्रों की जो मांगे है। उनमें से आधी मांगों पर काम जारी है। जिनमें कॉलेज ड्रेस, विद्यार्थियों की अलग पार्किंग शामिल है। अन्य मांगो को भी जल्द पूरा करेंगे। ज्ञापन के लिए मौखिक अनुमति मांगी थी। गेट बंद रखेंगे, इसकी कोई सूचना नहीं दी। छात्र और कॉलेज प्रबंधन दोनों को तालमेल बनाकर चलना रहता है, इसलिए छात्र संगठन की इस गलती को माफ कर रहे है।


