अलवर में एक नर्सिंगकर्मी ने साबरमती ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। नर्सिंगकर्मी पहले हेलमेट लगाकर रेलवे ट्रैक पर बैठा, जैसे ही ट्रेन आई, उसने सिर आगे करके खुद को ट्रेन के सामने झोंक दिया। नर्सिंगकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना बुधवार को दोपहर 12 बजे जीआरपी थाना इलाके के तिजारा फाटक के पास हुई। जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल बाबू राम मीणा ने बताया- लोकेश (29) चांदपुर, मुंडावर का रहने वाला था। अलवर के एक निजी अस्पताल में नर्सिंग कर्मी के रूप में कार्यरत था। मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया गया और अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। उसका एक 5 साल का बच्चा भी है। उसके पिता प्रकाश, सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त हैं। मिली जानकारी के अनुसार, लोकेश पिछले कुछ दिनों से आत्महत्या करने की धमकी दे रहा था। जीआरपी मामले की जांच कर रही है। पत्नी को देता था मरने की धमकी
जानकारी के अनुसार, लोकेश की पत्नी कुशुमलता मालाखेड़ा के सरकारी अस्पताल में लैब तकनीशियन है। लोकेश कई दिनों से अपनी पत्नी को रोजाना मरने की धमकी देता था। पिछले तीन दिनों से वह रेल पटरी पर जाकर वीडियो कॉलिंग के जरिए सुसाइड की धमकी दे रहा था, कभी ट्रेन दिखाता, कभी पटरी। सुसाइड से पहले ने परिवार किया कॉल
घटना के बाद आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर शिवाजी पार्क थाना पुलिस और जीआरपी मौके पर पहुंची। मृतक के पास से मोबाइल, हेलमेट और करीब 50 मीटर दूर खड़ी उसकी स्कूटी मिली। मोबाइल के आधार पर उसकी पहचान की गई। पुलिस ने बताया कि सुसाइड से पहले लोकेश ने किसी परिजन को कॉल किया था, जिसके बाद लगातार वापस फोन आ रहा था।


