पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले के बेहराम इलाके में मंगलवार सुबह पुलिस और गैंगस्टर सोनू के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस ने आरोपी सोनू को उसके साथियों के साथ बीते दिन ही जयपुर से अरेस्ट किया था। हथियारों की रिकवरी के दौरान उसने पुलिस पर ही फायरिंग की दी। जवाबी कार्रवाई में सोनू के पैर में गोली लगी। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बीते दिन सोनू उर्फ काली पुत्र उदयमंडल निवासी आलमगीर कपूरथला को उसके साथी जयपुर से जितेंद्र चौधरी ऊर्फ रितिक पुत्र भागचंद चौधरी निवासी आकोडिया जिला टोंक और संजय पुत्र बुद्धराम निवासी नौरंगदेसरजिला हनुमानगढ़ को तीन अन्य नाबालिगों के साथ अरेस्ट किया था। सोनू पर नवांशहर में एक महीने पहले हुए हैंड ग्रेनेड हमले का आरोप है और वह कई आपराधिक मामलों में वांछित था। बदमाशों ने 7 जुलाई 2025 को जालंधर में एक शराब कारोबारी की दुकान के सामने ग्रेनेड धमाका कर दहशत फैलाई थी। ये लोग पिछले कई समय से लॉरेंस गैंग के लिए काम कर रहे थे। जयपुर पुलिस के सहयोग से हुए थे अरेस्ट राजस्थान के एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के अनुसार, ग्रेनेड धमाके के मामले में राजस्थान पुलिस को पंजाब पुलिस ने अलर्ट भेजा था। इसके बाद एजीटीएफ के एडिशनल एसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन ने पूरी टीम संदिग्धों की तलाश में लग गई थी। जयपुर रेंज और अजमेर रेंज में सर्च किया गया। टीम ने जयपुर सिटी और टोंक के आपराधिक क्षेत्रों में बदमाशों के बारे में सूचना एकत्रित की। इस दौरान कुल 6 लोगों की पहचान कर उनको पकड़ा गया। इन सभी बदमाशों को पंजाब से आई स्पेशल ऑपरेशन सेल को सौंप दिया गया। बाबा सिद्धीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला कर रहा था हैंडल बदमाशों से हुई पूछताछ में पता चला कि ये लोग लॉरेंस गैंग से जुड़े हुए हैं। इनका हैंडलर जीशान अख्तर है, जो कनाडा में रहता है। जीशान ने ही मुंबई में बाबा सिद्धीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। जीशान अख्तर, पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी, मनु अगवान और गोपी नवाशहरिया पंजाब आपस में जुड़े हुए हैं, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियों और स्थानीय नवयुवकों को रुपयों का लालच देकर घटना को अंजाम देते हैं। जीशान अख्तर से ये बदमाश इंस्टाग्राम और अन्य ऑनलाइन ऐप से जुड़े हुए थे। जीशान अख्तर ने ही बदमाशों को ग्रेनेड उपलब्ध करवाया था। इसके बाद इन लोगों ने नवाशहर, जालंधर (पंजाब) में ब्लास्ट कर दहशत फैलाई थी। ब्लास्ट के बाद ये लोग राजस्थान आ गए थे। जीशान अख्तर इन बदमाशों से ऑनलाइन ऐप से निर्देश दिया करता था। आरोपी जीशान ने इन लोगों को 15 अगस्त के आसपास में दिल्ली और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में धमाका कर बड़ी वारदात करने की जिम्मेदारी दे रखी थी।