छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के बाबू को 50 हजार रिश्वत लेते पकड़ा गया है। रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन से जीपीएफ एवं अन्य राशि निकालने के एवज में चवाराम बंजारे, घूस ले रहा था। तभी एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। ACB की टीम ने आरोपी बाबू को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है। दरअसल चवाराम बंजारे नवा रायपुर स्थित आयुक्त,चिकित्सा शिक्षा कार्यालय स्वास्थ्य भवन में पदस्थ है। पार्थी तुकाराम लहरे जो रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन है वह अपने जीपीएफ एवं अन्य राशि निकालना चाहते थे थे लेकिन राशि निकालने और फाइल आगे बढ़ाने के एवज में बाबू ने 50 हजार रुपए की मांग की। प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहते थे जिसकी शिकायत उन्होंने एंटी करप्शन ब्यूरों के ऑफिस में की थी। अफसरों ने ट्रैप कर रंगे हाथ पकड़ा दरअसल, शिकायत के बाद एसीबी ने चवाराम बजारे को रंगे हाथ पकड़ने की प्लानिंग की। पार्थी तुकाराम 50 हजार लेकर एसीबी दफ्तर पहुंचा। जहां उसके नोटों में केमिकल लगाया गया। तुकाराम के साथ एसीबी के अधिकारी उसके रिश्तेदार बनकर स्वास्थ्य भवन पहुंचे। तुकाराम ने चवाराम को 50 हजार रुपए दिए। जैसे ही पैसा लेकर आरोपी अपने बैग में रखने वाला था तभी एसीबी के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ लिया। रिश्वत लेने के आरोप में बाबू को तो गिरफ्तार कल लिया गया। उसके खिलाफ ACB की टीम धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (सशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर रही है।