नगर निगम में महापौर और पार्षदों के लिए चुनाव वोटिंग मंगलवार को सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। वोटर पर्ची के आधार पर लोग मतदान केंद्रों और बूथ में जाकर वोट डाल सकेंगे। हालांकि निर्वाचन कार्यालय और राजनीतिक पार्टियों की ओर से मतदाता पर्ची का आधा-अधूरा वितरण किया गया है। इस वजह से मतदाताओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 39 वार्डों के परिसीमन से कई इलाकों में रहने वाले वोटरों के नाम दूसरे वार्डों में जुड़ गए हैं। इससे नए वार्ड के बूथ में नाम ढूंढने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। निगम में महापौर और 70 वार्ड के पार्षद चुनने के लिए करीब 11 लाख वोटर मंगलवार को मतदान करेंगे। लोकसभा और विस चुनाव के दौरान प्रत्याशियों की ओर से घर-घर जाकर मतदाता पर्ची का वितरण किया जाता है। इस बार जब परिसीमन से करीब चार लाख मतदाता प्रभावित हो रहे हैं तब कहीं-कहीं ही पर्चियों का वितरण किया गया है। नाम ही नहीं मिल रहा सूची में मतदाता पर्ची नहीं मिलने के कारण वोटर अब प्रत्याशियों व एजेंट के पास उपलब्ध वोटर लिस्ट में नाम ढूंढने पहुंच रहे हैं तो कई तरह की विसंगति सामने आ रही है। वोटर जिस वार्ड में रहते हैं, वहां की सूची में उनका नाम ही नहीं है। उनका नाम आजू-बाजू के वार्ड में चला गया और वे अपने वार्ड में नाम ढूंढ-ढूंढकर परेशान हो रहे हैं। यह बड़ी अजीब परिस्थिति बन गई है। यानी जिस वार्ड में वे रहते हैं वहां के प्रत्याशी को वोट ही नहीं डाल पाएंगे। ऐसी परिस्थिति कई वार्डों में देखने को मिल रही है। इसी तरह कहीं-कहीं पर एक ही परिवार के आधे लोगों के नाम एक वार्ड तो आधे लोगों के नाम दूसरे वार्ड में चले गए हैं। परिसीमन के कारण कई लोगों के नाम इधर से उधर हो गए हैं। वार्ड बदलने के कारण मतदान केंद्र भी बदल गए हैं। इस संबंध में निर्वचान पदाधिकारियों का कहना है कि परिसीमन की वजह से मतदाता इधर से उधर हुए हैं। अधिकांश लोगों के मतदान केंद्र में बदलाव नहीं हुआ है।