अंबिकापुर नगर निगम के प्लेसमेंट कर्मचारियों के बाद बुधवार से नियमित कर्मचारी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। नियमित कर्मचारियों ने ट्रेजरी से नियमित भुगतान, अनुकंपा नियुक्ति, पुरानी पेंशन की मांग सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया है। प्लेसमेंट एवं नियमित कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से निगम का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। अति आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित होने की आशंका है। निगम के पास अलाव जलाने तक के लिए कर्मचारी नहीं है। निकाय चुनावों के पहले नगर निगम के प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। वहीं बुधवार से नियमित कर्मचारियों ने भी अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया है। नियमित कर्मचारियों की हड़ताल से निगम में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गए। पहले दिन बिजली, पानी और सफाई जैसी मूलभूत सेवाओं में कुछ कर्मचारियों ने काम किया है, लेकिन गुरुवार से सभी आवश्यक सेवाएं भी ठप होने की आशंका है। हड़ताल का सीधा असर शहर के नागरिकों पर पडेगा। ये है मांगें
नगरीय निकाय के नव नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ द्वारा प्रदेशभर में आंदोलन का ऐलान किया है। संघ ने छह सूत्रीय मांगें रखी हैं। निराश होकर लौटे लोग
संघ की हड़ताल के कारण निगम कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। निगम में राजस्व वसूली, जल कर भुगतान, भवन शाखा के कार्य, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, कार्यालयीन कार्य सहित अन्य कार्य प्रभावित हुए। इसके साथ ही आने वाले दिनों में लोगों को बिजली, पानी व सफाई जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ेगा। हड़ताली कर्मचारियों ने निगम कार्यालय के सामने नारेबाजी की। प्लेसमेंट कर्मचारियों को ननि सरकार का समर्थन
नगर निगम के प्लेसमेंट कर्मचारी भी ठेका प्रथा समाप्त करने सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 3 दिसंबर से हड़ताल पर है। प्लेसमेंट कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हवन यज्ञ भी किया। बुधवार को प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल को नगर निगम के महापौर डॉ. अजय तिर्की, ननि सभापति अजय अग्रवाल, पार्षद दीपक मिश्रा सहित अन्य पार्षदों व कांग्रेस पदाधिकारियों ने पहुंचकर समर्थन दिया।