भास्कर न्यूज | अमृतसर वेरका निवासी पलविंदर कौर ने सेलिब्रेशन माल के पास स्थित निजी अस्पताल पर सही इलाज न करने के आरोप लगाते हुए सिविल सर्जन को शिकायत दी थी। जिसके बाद अस्पताल के सीनियर ऑर्थो सर्जन ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि 17 नवंबर को उनके पास पलविंदर नाम की पेशेंट आई थी। छत से लकड़ी की बल्ली गिरने से उनके पैर की उंगलियों पर चोट लग गई थी। टेस्ट करने के बाद रिपोर्ट देखकर ही उन्हें बता दिया गया था िक पैर की उंगलियां फ्रैक्चर हो गई हैं। उंगलियों में ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो रहा है। यह आज नहीं तो कल काटनी ही पड़ेंगी। लेकिन पेशेंट के भाई ने कहा कि पेशेंट अनमैरिड है। अगर उंगलियां काटने से बचाई जा सकती हैं तो देख लो। इसलिए सर्जन ने कोशिश की कि पैर की उंगलियां काटने से बचाव हो सके। लेकिन उन्होंने फाइल पर परिवार के साइन ले लिए थे, कि वह गारंटी नहीं देते, क्योंकि उंगलियों तक ब्लड नहीं पहुंच रहा है। 19 को पेशेंट को उन्होंने डिस्चार्ज कर दिया। 3 दिन बाद यह दोबारा अस्पताल आए तो पेशेंट की उंगलियां काली पड़ चुकी थी। तब भी परिवार को कहा गया कि उंगलियां काली हो गई हैं, इन्हें काटना पड़ेगा। लेकिन यह वापस चले गए। उसके बाद यह वापस नहीं आए। सर्जन ने कहा कि इस पेशेंट के साथ उनके एक मित्र भी आए थे, जिनके कहने पर परिवार की स्थिति देखते हुए हमने बहुत ज्यादा डिस्काउंट दिया। हमने हर तरह से परिवार को सहायता करने की कोशिश की। परिवार को बिना बताए कोई भी अस्पताल इलाज नहीं कर सकता।