​​​​​​निलंबित TMC विधायक बोले- मैं बंगाल का ओवैसी:2026 में किंगमेकर बनूंगा, मेरे बिना सरकार नहीं बनेगी; बाबरी मस्जिद के लिए ₹3 करोड़ डोनेशन जुटाए

बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने मंगलवार को कहा कि वे बंगाल के ओवैसी हैं। हुमायूं ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ अपने करीबी संबंधों का बखान करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा- मैंने उनसे बात की है। उन्होंने मुझसे कहा है कि वे हैदराबाद के ओवैसी हैं और मैं बंगाल का ओवैसी हूं। हुमायूं ने मीडिया से बात करते हुए कहा- 2026 के विधानसभा चुनाव मैं किंगमेकर बनूंगा। मेरे समर्थन के बिना कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकती। हुमायूं ने दावा किया कि 2026 में न तो TMC और न ही भाजपा अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा छू पाएगी। हुमायूं ने 6 दिसंबर को बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद के मॉडल पर एक मस्जिद की नींव रखी। इसी दिन उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मस्जिद के विध्वंस की 33वीं बरसी थी। मस्जिद को लेकर विवाद के चलते TMC ने 28 नवंबर को हुमायूं को पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। इधर, बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद के लिए अबतक करीब 3 करोड़ रुपए चंदा मिल चुका है। हुमायूं के अनुसार, मस्जिद निर्माण स्थल पर 12 दान पेटियां रखी गई थीं। 11 पेटियों से 57 लाख गिने जा चुके हैं। एक पेटी की गिनती बाकी है। QR कोड पेमेंट से 2.47 करोड़ चंदा मिला है। हुमायूं बोले- भाजपा या TMC बहुमत का आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी हुमायूं ने आगे कहा- मेरा अनुमान है कि 294 सीटों में कोई भी पार्टी 148 सीटों से ज्यादा नहीं ला पाएगी। मैं 22 दिसंबर को अपनी पार्टी की घोषणा करूंगा। मुर्शिदाबाद के बरहामपुर टेक्सटाइल्स मोड़ में एक लाख लोगों को मौजूदगी में नई पार्टी का गठन होगा। जब मीडिया ने पूछा कि क्या उनकी पार्टी का नाम नेशनल कंजर्वेटिव पार्टी होगा, तो हुमायूं से ने सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा- मैं बाद में सब कुछ बताऊंगा। आपको 22 दिसंबर के बाद सब पता चल जाएगा। हुमायूं का दावा- दो और विधायक मेरी पार्टी में शामिल होंगे TMC से सस्पेंड होने के बाद हुमायूं ने संकेत दिया था कि वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि, 8 दिसंबर को उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा कि वह अपनी विधायकी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि दो और विधायक उनकी नई पार्टी में शामिल होंगे। हालांकि उन्होंने उनकी पहचान बताने से इनकार कर दिया।
हुमायूं ने 2026 के चुनाव में वाम दलों, कांग्रेस और AIMIM के साथ समझौता करने के भी आसार जताए हैं। उन्होंने कहा- अभी तक कांग्रेस से बात नहीं की है। माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने बातचीत की बात कही है। मुर्शिदाबाद में कांग्रेस और वाम दलों के साथ सीटों के बंटवारे की संभावना है। मस्जिद शिलान्यास की 3 तस्वीरें… मुर्शिदाबाद बाबरी मस्जिद को लेकर विवाद की टाइमलाइन… 28 नवंबर: मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कई जगहों पर बाबरी मस्जिद के शिलान्यास के पोस्टर नजर आए। लिखा था- 6 दिसंबर को बेलडांगा में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास समारोह होगा। पोस्टर पर हुमायूं कबीर को आयोजनकर्ता बताया गया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया था। बीजेपी ने इसका विरोध किया, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इसका समर्थन किया। 3 दिसंबर: TMC ने मामले से खुद को अलग किया। बयान में कहा कि- कबीर की इस घोषणा से पार्टी का कोई संबंध नहीं है। एक और पार्टी नेता ने कहा- हुमायूं कबीर ने यह विवाद इसलिए खड़ा किया है ताकि उन्हें रेठनगर सीट से विधानसभा चुनाव में टिकट मिल सके। हुमायूं वर्तमान में मुर्शिदाबाद की भरतपुर सीट से विधायक हैं। 4 दिसंबर: मामला बढ़ता देखा TMC ने विधायक हुमायूं कबीर को सस्पेंड कर दिया। कोलकाता मेयर फिरहाद हकीम ने कहा- पार्टी सांप्रदायिक राजनीति में विश्वास नहीं करती। पार्टी एक्शन पर हुमायूं ने कहा- मैं अपने बाबरी मस्जिद वाले बयान पर कायम हूं। 22 दिसंबर को अपनी नई पार्टी की भी घोषणा करूंगा। विधानसभा चुनाव में 135 सीटों पर उम्मीदवार उतारूंगा। मैं उन दोनों (TMC और भाजपा) के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। हुमायूं ने कहा था- 100 मुसलमान शहीद होंगे तो वे 500 को ले जाएंगे मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने को लेकर मीडिया से बात करते हुए 28 नवंबर 2025 को हुमायूं कबीर ने एक और विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘जो कोई उन्हें रोकने की कोशिश करेगा, उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अगर 100 मुसलमान शहीद होंगे तो वे अपने साथ 500 लोगों को ले जाएंगे।‘ हुमायूं कबीर पहले भी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के समय मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में हुमायूं कबीर ने एक जनसभा में कहा, ‘मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर दो घंटे में तुम्हें (हिंदुओं को) भागीरथी नदी में डुबो न दिया। तुम 30% हो, हम 70% (मुस्लिम) हैं। मैं तुम्हें शक्तिपुर में रहने नहीं दूंगा।‘ इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। वहीं TMC ने इस बयान से दूरी बना ली थी। मस्जिद को लेकर विवाद साल भर पुराना पूरा विवाद नवंबर 2024 में शुरू हुआ। तब TMC विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या वाली बाबरी मस्जिद की छोटी प्रतिकृति बनाने की बात कही थी। जब बाबरी नाम के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया, तब उन्होंने कहा था कि बाबरी मस्जिद मुसलमानों के लिए भावनात्मक मुद्दा है। इसके बाद दिसंबर 2024 में ही BJP ने मुर्शिदाबाद में राम मंदिर बनाने की बात कही। हालांकि तब भी BJP नेता शंकर घोष का कहना था कि राम मंदिर को मस्जिद के जवाब के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। मंदिर संस्कृति का हिस्सा है, जबकि बाबरी मस्जिद का एक खराब इतिहास है, ये बंगाल में कैसे बन सकती है।

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