एसडीएम ने दुकानदारों के अलावा हॉकर्स से भी मांगा है बिजली बिल न्यू मार्केट को अवैध हॉकर्स से मुक्त करने के लिए अब प्रशासन ने नई तरकीब निकाली है। इसके तहत अब वही लोग यहां पर दुकानें चला पाएंगे, जिनके पास बिजली बिल है। एसडीएम ने मार्केट के सभी स्थायी और अस्थायी दुकानदारों से बिजली बिल मांगे हैं। न्यू मार्केट में करीब 800 से 900 स्थायी दुकानें हैं, जबकि 300 से 400 हॉकर और हाथ ठेले वाले हैं। अब जो दुकानदार बिजली बिल नहीं दे पाएंगे, उन्हें मार्केट से बाहर किया जाएगा। हालांकि, ऐसे हॉकर्स को दूसरी जगह जगह दी जाएगी। हॉकर्स के हटते ही दुकान के सामने पीली लाइन खींची जाएगी। इस अंदर ही दुकानदार सामान रख पाएंगे। बाहर सामान रखने पर प्रशासन जब्ती से लेकर जुर्माना लगाने की कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही व्यापारियों ने न्यू मार्केट के चारों तरफ एक साल पहले बंद हुई पार्किंग को दोबारा शुरू करने की मांग की है। पार्किंग की जगह पर कब्जे हो गए हैं। हॉकरों को व्यवस्थित कर दूसरी जगह शिफ्ट करेंगे 1. सभी हॉकर्स को बाहर कर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। अभी की स्थिति पूरे मार्केट में हॉकर्स का कब्जा है। इसके लिए तीन से चार संगठन काम कर रहे हैं।
2. दुकानों के बाहर अधिकतम 3 से 5 फीट तक कैनोपी रखने का नियम सख्ती से लागू किया जाएगा। अभी सामान सड़क पर होने से लोगों को चले की जगह नहीं बची।
3. बाजार के अंदर नो व्हीकल जोन बनाया जाएगा। साल 2006 में प्रयोग के तौर पर नो व्हीकल जोन एक महीने के लिए किया था। अभी यह पूरी तरह लागू नहीं हुआ। 4. बाजार को एक रंग में किया जाएगा। अभी जगह-जगह पन्नियां-शेड हैं।
5. समय-समय पर शासन प्रशासन की टीम बाजार के अंदर कार्रवाई करेगी। अभी कार्रवाई होने पर हॉकर्स के साथ ही व्यापारी भी इसका विरोध शुरू कर देते हैं। व्यापारी लंबे समय से हॉकर्स को हटाने की मांग कर रहे… व्यापारी संगठन ने करीब तीन महीने पहले कलेक्टर से मुलाकात की थी। उन्होंने मुख्य तीन मांगें रखीं। सबसे बड़ी मांग हॉकर्स को न्यू मार्केट से बाहर करने की थी। इसके बाद कलेक्टर ने टीटी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा रावत को न्यू मार्केट को दोबारा व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी दी है। एसडीएम ने पहले चरण में दुकानदारों से बिजली बिल मांगे हैं। सिर्फ व्यापारियों पर कार्रवाई की जाएगी तो विरोध करेंगे हॉकर्स को सख्ती से बाहर करें। उसके बाद दुकानदारों को अधिकतम 5 फीट तक की जगह देकर लाइन खीचें। अगर कोई दुकानदार पालन नहीं करता है, तो हम प्रशासन की कार्रवाई का साथ देंगे। हॉकर्स को हटाए बिना कार्रवाई होगी तो हम विरोध करेंगे। -संजय बलेचा, व्यापारी संघ न्यू मार्केट को ऐसा बनाना है कि शहर की पहचान बने न्यू मार्केट को शहर की पहचान के रूप में विकसित करने जा रहे हैं। अस्थाई दुकानें लगाने वालों को चिह्नित करेंगे। व्यवस्थित तरीके से दूसरी जगह विस्थापित किया जाएगा।-अर्चना शर्मा रावत, एसडीएम