भास्कर न्यूज | राजनांदगांव अपनी एक सूत्रीय शासकीय करण की मांग को लेकर 17 मार्च से जिला एवं ब्लॉक स्तर पर पंचायत सचिव हड़ताल कर रहें है। उनकी हड़ताल को करीब 25 दिन पूरे हो गए लेकिन उन्हें अब तक शासन द्वारा कोई आश्वासन नहीं मिला है। पंचायत सचिवों ने शनिवार को धरना स्थल में सदबुद्धि यज्ञ किया। वहीं हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध प्रदर्शन किया। मांग पूरी नहीं होने के कारण पंचायत सचिवों ने चरण बद्ध आंदोलन की तैयारी की है। संघ के अध्यक्ष दीपक वैष्णव ने बताया कि जब तक शासकीयकरण नहीं होगा उनकी हड़ताल जारी रहेगी। विधानसभा चुनाव वर्ष 2023-24 के दौरान चुनाव में मोदी की गांरटी में पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने का वादा किया गया था। पंचायत सचिवों को शासकीयकरण की गांरटी दी गई है। पंचायत सचिव विगत 30 वर्षों से पंचायतों में सेवारत है। गांरटी पूर्ण नहीं होने पर हड़ताल कर रहें है। मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप 16 जुलाई 2024 को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा समिति गठन कर 30 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का उल्लेख किया गया था। उक्त आदेश के परिपालन में कमेटी द्वारा पंचायत सचिवों के शासकीयकरण के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया।