पंजाब के संगरूर जिले के नजदीकी गांव नमोल में उस समय मातम छा गया, जब गांव के 29 वर्षीय फौजी जवान रिंकू सिंह के सिक्किम में शहीद होने की खबर आई। रिंकू सिंह भारतीय सेना की 55 इंजीनियर रेजिमेंट में लांस नायक के पद पर तैनात थे। मंगलवार को ड्यूटी के दौरान हुए एक दर्दनाक हादसे में उनका निधन हो गया। मिली जानकारी के अनुसार रिंकू सिंह पुत्र बिंदर सिंह मिर्जा पत्ती, गांव नमोल, करीब दस साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। सिक्किम में अपनी पोस्टिंग के दौरान वे मंगलवार को अपने साथियों के साथ सड़क पर जमी बर्फ हटा रहे थे। इस दौरान अचानक एक बुलडोजर असंतुलित होकर पलट गया और सीधे रिंकू सिंह पर गिर पड़ा। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गांव में मातम और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल शहीद जवान की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी शहीद के घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दे रहे हैं। सेना की ओर से बताया गया है कि शहीद जवान का पार्थिव शरीर जल्द ही उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। रिंकू सिंह की शहादत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सीमावर्ती इलाकों में तैनात सैनिक हर परिस्थिति में देश की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं।