पंजाब में जल्द एक और गैंगवार होने की आशंकाएं बन रही हैं। दरअसल, भगवानपुरिया की मां की हत्या के बाद से ही जग्गू और घनश्यामपुरिया गैंग आमने सामने हैं और एक दूसरे को खुली चुनौती दे रहे हैं। बीते दिनों अमृतसर के छेहर्टा में हुई धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या भी इसी गैंगवार का नतीजा माना जा रहा है। वहीं, अब घनश्यामपुरिया गैंग की तरफ से एक और पोस्ट को सांझा किया गया है। हालांकि दैनिक भास्कर इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन इस पोस्ट में गैंगस्टर प्रभ दासूवाल एक तरफ पुलिस से विनती करता दिख रहा है, वहीं दूसरी तरफ उसने अपने विरोधी गैंग को सतर्क रहने की हिदायत दी है। इसमें उसने साफ कहा है कि उन्हें रिजल्ट बहुत ही जल्दी मिलेंगे। जानें पोस्ट में कही गईं अहम बातें- – सत श्री अकाल सभी को। मैं, प्रभ दासूवाल। ये जो 26/9/25 को भिखीविंड की चोपड़ा क्लिनिक और सैंट कबीर स्कूल में फायरिंग हुई थी, मेरे भाई पवन भिखीविंड और हरमन भिखीविंड ने की थी। जिसे अमृतसर पुलिस ने जालंधर से पकड़ लिया है। – हरमन की टांग पर गोली मार दी गई है और पवन की गिरफ्तारी को अभी दिखाया नहीं गया। अब अमृतसर पुलिस उसका भी एनकाउंटर बनाने की कोशिश की जा रही है। बाकी मैं अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को विनती करता हूं कि पहले आप पंजाब के युवाओं को गैंगस्टर बनाते हो और फिर आतंकवादी बना देते हो। जैसा अब आप मुझे गुरपतवंत सिंह पन्नू से जोड़ कर बना रहे हो। – बाकी जो शमशेर शेरा को आर्मेनिया पुलिस ने पकड़ा और जोबन, विशाल व कीड़ी पकड़े गए। मेरा और मेरे भाई का इनके साथ कोई भी कनैक्शन नहीं है। हम अपनी दुश्मनी में हैं और हमें इसी में रहने देना चाहिए। हमें बब्बर खालसा के साथ ना जोड़ा जाए। पुलिस ने पहले हमारे एंटी ग्रुप के साथ मिलकर बहुत नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। – जबकि तरनतारन के एसएसपी रवजोत कौर ने दासूवाल में चार लड़कों का घर बैठों का झूठा एनकाउंटर किया। जिनमें से एक लड़का हमारे गांव के सरपंच का काम वाला था। जिसे इंस्पेक्टर पम्मा गंडीविंडिया ने रोड पकड़ कर टांग पर मार दी और कहा कि भिखीविंड और सेंटर कबीर स्कूल गोलियां मारी। -एसएसपी भुल्लर व रवजोत कौर को विनती करते हैं, दोनों सुलाह कर लो कि सही लड़के कौन से हैं, जिन्होंने गोलियां मारी। वहां दो लड़कों ने गोलियां मारी, दस ने नहीं। नाजायज किसी के बेटे पर झूठे परचे डाल कर घर छोड़ने पर ना मजबूर करो, जैसे मेरा छुड़वाया। – बाकी जो हमारे एंटी उछल रहे हैं और वाइस रिकॉर्डिंग डाल के बदमाश बनते हैं, उन्हें रिजल्ट जल्दी मिलेगा। जल्दी का मतलब बहुत जल्दी। वाहेगुरु महर करें, वेट एंड वॉच। धर्मा की हत्या करने वाले आरोपी अभी फरार बीते दिनों अमृतसर के छेहर्टा में मारे गए धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या करने के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। धर्मा की पत्नी पहले भी स्पष्ट कर चुकी है कि उन्होंने कुछ को पहचाना है। फिलहाल पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। लेकिन, अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्ट नहीं हुई है। बता दें कि हाल ही में तरनतारन में 2 युवकों की हत्या हुई थी, जो जग्गू भगवानपुरिया गैंग के करीबी माने जा रहे थे। हालांकि उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। जग्गू की मां की हत्या से बढ़ने लगी गैंगवार… 26 मई 2025 : बटाला में गोलीबारी की बड़ी वारदात हुई थी। श्री हरगोबिंदपुर रोड पर बने एक पेट्रोल पंप के बाहर हुई फायरिंग में गुरप्रीत सिंह गोरा उर्फ गोरा बरियाड़ की मौत हो गई, जबकि उसका साथी बिल्ला मंडियाला घायल हो गया। इस हत्या की जिम्मेदारी जग्गू भगवानपुरिया गैंग ने ली थी। कुछ दिन बाद पुलिस ने इस मामले में शामिल भगवानपुरिया गैंग से जुड़े एक आरोपी को पटियाला से गिरफ्तार भी किया। गोरा, गोपी घनश्यामपुरिया गैंग का करीबी माना जाता था। 28 जून 2025 : बटाला के अर्बन एस्टेट इलाके में रात में जग्गू भगवानपुरिया के करीबी करणवीर सिंह और उसकी मां हरजीत कौर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार हमलावरों ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस वारदात की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर डोनी बल, प्रभू दासुवाल और कौशल चौधरी ने ली। उन्होंने कहा कि यह हमला उनके साथी गोरा बरियाड़ की हत्या का बदला है। 5 जुलाई 2025: अमृतसर के गांव चन्नण में जग्गू भगवानपुरिया गैंग के सदस्य जुगराज सिंह उर्फ तोता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। जुगराज, कुख्यात गैंगस्टर और सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में शामिल रहे जगरूप सिंह रूपा का भाई था। इस हत्या की जिम्मेदारी गोपी घनश्यामपुरिया गैंग ने ली और साफ किया कि वे इस समय बंबीहा गैंग के साथ मिलकर सक्रिय हैं और भगवानपुरिया गैंग के सदस्यों को लगातार निशाना बना रहे हैं। 26 सितंबर 2025: 2012 के चर्चित ASI रविंदर पाल हत्याकांड के दोषी धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की गुरुवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस वारदात की जिम्मेदारी जग्गू भगवानपुरिया गैंग ने ली है।