पंजाब सरकार का अब जेलों पर फोकस:4 क्षमता बढेगी व 9 का सुरक्षा पहरा होगा मजबूत, 18 माह में पूरा होगा प्रोजेक्ट

पंजाब सरकार ने अब जेलों पर फोकस किया है । जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या होने के चलते अब नई बैरकें बनाने का फैसला लिया है। इस दौरान चार जेलों में बैरकें व 9 की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। जेलों में कंटीली तार वाले बाड़े व एआई आधारित कैमरे लगाए जाएंगे। प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। सारा प्रोजेक्ट आने वाले तीन से 18 महीनों में पूरा होगा। पुलिस विभाग इस प्रोजेक्ट में नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगा। हालांकि एक दिन पहले जेलों में तैनात 25 पुलिस अधिकारियों पर एक्शन किया गया है। भ्रष्टाचार के आरोप में इन्हें सस्पेंड किया गया है। इन जेलों को प्रोजेक्ट में शामिल किया गया इस प्रोजेक्ट में रोपड़, न्यू नाभा जेल, मानसा जेल व संगरूर जेल को शामिल किया गया है। इन सभी जेलो में डबल स्टोरी बैरक स्थापित की जाएगी। हाईकोर्ट भी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। सरकार इस काम को पहल के आधार पर करवाना चाहती है। इसलिए प्रोजेक्ट को प्राइवेट एजेंसी को सौंपा जाएगा। इसके साथ ही होशियारपुर, कपूरथला, अमृतसर, गोइंदवाल साहिब जेल, बठिंडा, फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर साहिब व मानसा जेल साहिब में सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए कंटीली तार वाले बाड़े बनाए जाएंगे। बैरकें 6 प्वाइंटों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं 1. नई बैरकों से कैदियों को सही जगह मिलेगी, जिससे अव्यवस्था और हिंसा की संभावना कम होगी। 2. कैदियों को रहने की सुविधा बेहतर होगी, इसमें सारी मूलभूत सुविधाएं उन्हें मिलेगी। 3. आधुनिक बैरकें CCTV, इमरजेंसी अलार्म और लॉक सिस्टम से लैस होगी। जिससे कैदियों की निगरानी आसानी से होगी। 4. नई बैरकों के साथ ही क्लासरूम, वर्कशॉप, लाइब्रेरी की सुविधा रहेगी। इससे कैदी स्किल्स सीख पाएंगे। 5. भीड़भाड़ कम होने से जेल स्टाफ को प्रबंधन और सुरक्षा में आसानी होगी। 6. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कैदियों को भी सम्मानपूर्वक जीवन जीने का हक है। नई बैरकें इस दिशा में एक अहम कदम होगी। जेलों में बद है तीस हजार से अधिक कैदी राज्य में मौजूदा समय में 27 जेल हैं। जहां पर 30 हजार से अधिक कैदी रह हैं। वहीं सरकार द्वारा चलाई गई युद्व नशों के विरुद्व मुहिम की वजह से कैदियों की संंख्या में बढ़ रही है। 2023 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट भी आई थी। इसमें पता चला था कि उस समय पंजाब की जेलों में बंद 42 फीसदी लोग नशे के आदी थी। इसके बाद सरकार ने कई कदम उठाए हैं। जेलों में कैदियों की काउंसलिंग से लेकर अन्य चीजों पर फोकस किया जा रहा है।

FacebookMastodonEmail

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *