पंजाब सीएम भगवंत मान पर जासूसी के आरोप:बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़ ने राज्यपाल को लिखा पत्र; न्यायिक जांच की मांग

पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान पर राज्य की खुफिया एजेंसी का “राजनीतिक जासूसी” के लिए दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पत्र लिखकर न्यायिक या स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है। जाखड़ ने अपने पत्र में मान के उस बयान का जिक्र किया जो पिछले महीने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान दिया गया था। इसमें सीएम ने कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल और पार्टी विधायकों की दिल्ली में हुई बैठक का हवाला देते हुए कहा था – “मैं सरकार में हूं, मेरे पास इंटेलिजेंस की खबरें आती हैं।” जाखड़ ने कहा कि यह कोई साधारण टिप्पणी नहीं थी, बल्कि यह साफ इशारा था कि राज्य की खुफिया एजेंसी का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों और अन्य पार्टियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जा रहा है। जाखड़ ने आरोप लगाया कि सीएम मान ने राजनीतिक विरोधियों और अन्य दलों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए राज्य की खुफिया एजेंसी का इस्तेमाल किया। इसे लोकतंत्र की आत्मा पर हमला करार किया जाखड़ ने लिखा कि यह न सिर्फ संवैधानिक व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है। यह वही खतरनाक रवैया है जैसा कि पेगासस जासूसी कांड में सामने आया था। जाखड़ ने इस मामले को “संवैधानिक संकट” बताते हुए कहा कि यह संघीय ढांचे और कार्यपालिका की सीमाओं का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि राज्य की खुफिया एजेंसी किसी पार्टी की निजी संपत्ति नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य की पुलिस और खुफिया व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जो सहयोग दिया गया, उसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मनोरंजन कालिया के घर ग्रेनेड हमले का भी जिक्र
जाखड़ ने जालंधर में बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुए ग्रेनेड हमले का भी जिक्र करते हुए कहा कि यह राज्य की खुफिया प्रणाली की “पूर्ण विफलता” को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यदि खुफिया एजेंसी अपने असल काम यानी जनता की सुरक्षा पर ध्यान देती, तो शायद इस तरह की घटना को रोका जा सकता था। उन्होंने बताया कि पिछले सात महीनों में राज्य में कम से कम 16 ग्रेनेड और विस्फोटक हमले हुए हैं, जिनमें से 11 सीधे पुलिस और सुरक्षा संस्थानों को निशाना बनाकर किए गए। उन्होंने इन्हें राज्य की कानून व्यवस्था को अस्थिर करने की “सुनियोजित साजिश” बताया। बीजेपी नेता ने हाल ही में एडीजीपी इंटेलिजेंस पद से आईपीएस अधिकारी आरके जैसवाल के तबादले पर भी सवाल उठाए और उसे संदिग्ध बताया। राज्यपाल से की गई 4 मांगें
सुनील जाखड़ ने राज्यपाल से निम्न 4 मांगें कीं: जाखड़ ने कहा कि पंजाब एक संवेदनशील सीमा राज्य है, ऐसे में आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था का दुरुपयोग सिर्फ लोकतंत्र पर हमला नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा है। भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ की तरफ से लिखा गया खत

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