भरतपुर फारेस्ट विभाग की टीम ने दुर्लभ पक्षियों की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 2 आउल भी जब्त किए गए हैं। आरोपी पक्षियों को ऑनलाइन बेचते थे। अब फॉरेस्ट विभाग की टीम को शक है कि, गिरफ्तार हुए आरोपियों के और भी साथी हो सकते हैं। जो दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी में लिप्त हैं। केवलादेव घना पक्षी बिहार के DFO मानस सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर ऑनलाइन दुर्लभ पक्षियों को बेचते हैं। जिसके बाद फॉरेस्ट विभाग के एक कर्मचारी ने तस्करों से ऑनलाइन संपर्क किया। करीब 1 महीने से आउल खरीदने के लिए तस्करों से बात चल रही थी। तस्करों ने फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी को ऑनलाइन आउल के फोटो वीडियो भी दिखाए। दोनों आउल का सौदा 5 से 10 हजार के बीच तय किया गया। आज दोनों तस्कर आउल की डिलीवरी करने के लिए भरतपुर आए। तस्करों को पकड़ने के लिए क्षेत्रीय वन अधिकारी रोशनलाल गुर्जर के नेतृत्व में एक टीम तैयार की गई थी। जब तस्कर दोनों आउल की डिलीवरी करने के लिए भरतपुर पहुंचे तभी फॉरेस्ट विभाग की टीम ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों से दो आउल जब्त किए गए। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही थी। अब फॉरेस्ट विभाग की टीम को शक है कि दोनों आरोपियों के और भी साथी हैं, जो इस तस्करी में लिप्त हैं। उनका पता लगाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी आउल कहां से लेकर आए थे।