सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल और पारदर्शिता लागू करने की मांग कर रहे छात्रों पर बुधवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। कुछ पुलिस वालों के पास लाठियां नहीं थीं। उन्होंने छात्रों को लात-घूंसों से पीटा। पटना कॉलेज से छात्रों का प्रदर्शन सुबह शुरू हुआ था। सभी CM हाउस का घेराव करने निकले थे। पुलिस ने उन्हें डाकबंगला चौराहे पर बैरिकेडिंग कर रोका था। डाकबंगला चौराहे पर छात्र बैरिकेडिंग तोड़कर आगे जाने की कोशिश रहे थे। पुलिस ने समझाया, लेकिन वो नहीं माने। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी होती रही। बारिश के बीच भी छात्र डटे रहे। शाम करीब 5 बजे के आसपास पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। मौके पर वाटर कैनन की गाड़ियां भी मंगवाई गई हैं। इस दौरान छात्रों ने BJP के सांसद की गाड़ी के सामने नारेबाजी भी की। कोतवाली थानेदार राजन कुमार ने बताया कि ‘इस मामले में छात्र नेता दिलीप समेत 10 नामजद और सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।’ राज्य के अलग-अलग जिलों से स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर पटना पहुंचे हैं। 5 जून को भी छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया गया था। छात्रों के प्रदर्शन और लाठीचार्ज की 6 तस्वीरें… शिक्षक भर्ती में 100% डोमिसाइल लागू करने की मांग प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने साफ कहा कि बिहार में BPSC TRE (शिक्षक भर्ती) में प्राथमिक शिक्षक पदों के लिए 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए, क्योंकि प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में होने से बच्चों का विकास बेहतर होता है। उन्होंने माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती, दरोगा, सिपाही, लाइब्रेरियन, BPSC और अन्य सभी सरकारी नौकरियों में भी 90 प्रतिशत डोमिसाइल लागू करने की मांग की। उनका तर्क है कि इससे बिहार के युवाओं को रोजगार मिलेगा और राज्य की सामाजिक-आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। डोमिसाइल को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…