पटवारी बोले-जो आईएएस चड्‌डी पहनकर घूम रहे, बटन लगा लें:PCC चीफ ने कहा- जिलों के 90% अफसर बीजेपी का बाजा बजा रहे

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा व्यक्ति जब आईएएस बनता है तो खूब मेहनत करके बनता है। सारी ट्रेनिंग होती हैं। इसके बाद शासन और व्यवस्था तंत्र कैसे चलता है, उसके लिए उन्हें एक रूल बुक दी जाती है। उसके हिसाब से उनको प्रशासन चलाना होता है। उन्होंने कहा कि देखने में आता है कि 90% आईएएस जो जिले में जाते हैं, वो बीजेपी और सरकार का बाजा बजा रहे हैं। विपक्ष पर यातनाएं करते हैं। पटवारी ने ये बाद भोपाल में चल रही कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस को लेकर कही। बता दें, कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मंगलवार से दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस शुरू हुई है। कॉन्फ्रेंस की शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की। पटवारी बोले- सर्विस रूल बुक को मानें अफसर
पटवारी ने कहा- इस ट्रेनिंग को लेकर मैं आग्रह कर रहा हूं कि आप सबको सुधरना पडे़गा। सर्विस बुक के रूल को मानना पडे़गा। नहीं तो समय एक जैसा नहीं चलेगा। समय परिस्थिति काल पता होगा, वो इतने विद्वान लोग होते हैं। मेरा आग्रह है कि सर्विस रूल के हिसाब से पद के दायित्व का उन्हें निर्वहन करना चाहिए। पटवारी के बयान पर बीजेपी का पलटवार
जीतू पटवारी के बयान को लेकर भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा- अक्षम, लाचार और आपस में ही झगड़ों में जुटी कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी जी की आईएएस अधिकारियों के बारे में बयानबाजी घटिया और घोर आपत्तिजनक है। अब पढ़िए कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में सीएम ने क्या कहा… अधिकारी गांव में रात बिताएं, जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में कहा- अधिकारी ड्राइविंग सीट पर न आएं बल्कि आसपास रहकर व्यवस्थाओं का संचालन करें। लगातार दौरे करें, किसी गांव में रात्रि विश्राम भी करें और लोगों से संवाद करें। इस दौरान छात्रावास, स्कूल, आंगनबाड़ी, राशन दुकान, निर्माण कार्यों, हॉस्पिटल आदि का औचक निरीक्षण भी करें। उन्होंने अफसरों को यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें और उनके सुझावों को सुनकर जरूरत के अनुसार मानें। प्रदेश में सुशासन और समावेशी विकास पर जोर देते हुए सीएम यादव ने कहा कि सभी लोक सेवक प्रदेश के समग्र और समावेशी विकास के लिए प्राण-प्रण से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की कल्याणकारी योजनाओं के जरिए एकजुट होकर मिशन मोड में काम करना होगा। अंतिम व्यक्ति तक विकास और कल्याण पहुंचाना उद्देश्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शासन का अंतिम उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और कल्याण की किरण पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि सरकार सबके साथ, सबके लिए खड़ी है। जनता में यह विश्वास पैदा करना ही सुशासन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। प्रदेश में जनता का विश्वास हमें मिल रहा है। यही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है और हमें यह जनविश्वास हर हाल में बनाए रखना है। 55 कलेक्टर, एसपी समेत 250 से अधिक अफसर
कॉन्फ्रेंस में मध्यप्रदेश के सभी 55 जिलों के कलेक्टर, एसपी समेत 250 से अधिक आईएएस, आईपीएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शामिल हो रहे हैं। यादव के कार्यकाल में यह पहली फिजिकल कॉन्फ्रेंस हो रही है।

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