संगत का सैलाब देख सत्संग घर की कमेटी व जोनल टीम ने ट्रैफिक मैनेजमेंट, अनुशासन प्रबंधन किया। हुजूर पैदल ही संगत के बीच पहुंचे। संगत को भरपूर दर्शन हुए। वे दो दिन के दौरे पर थे। हिमाचल से होकर वे सोमवार को रूपनगर पहुंचे। वहां सत्संग के बाद सोमवार को जालंधर पहुंचे थे। जिक्रयोग है कि जब किसी सत्संग घर में विशेष दर्शन होते हैं तो संगत को पहले से जानकारी दी जाती है। संगत का सैलाब होते ही रोड पर पैदल चलने वालों की ही लंबी कतार लग गई थी। डेरे के सेवादारों ने ट्रैफिक का प्रबंधन किया है। करीब आधा घंटा दर्शन देने के बाद करीब 3:30 बजे वे रवाना हो गए। संगत दर्शन करके भावुक हो गई। सत्संग घर के बाहर मौजूद संगत का सैलाब। सत्संग घर में हुजूर जसदीप सिंह गिल संगत को दर्शन देते हुए। भास्कर न्यूज | जालंधर शहर का पठानकोट चौक के आसपास का एरिया सोमवार को गुरु के रंग में रंगा दिखा। संगत में इस कद्र उत्साह था कि उमस और धूप का भी उन पर बिलकुल असर नहीं दिख रहा था। कोई अपने बुजुर्गों को साथ लेकर आया तो कोई आस पड़ोस वालों को। मौका था पठानकोट चौक स्थित राधा स्वामी सत्संग घर का, जहां डेरा राधा स्वामी के उत्तराधिकारी हुजूर जसदीप सिंह गिल पहुंचने वाले थे। इस बारे में दोपहर करीब एक बजे जैसे ही संगत को पता लगा तो हजारों की संख्या में उनकी नामलेवा संगत डेरे की तरफ पहुंचनी शुरू हो गई। देखते ही देखते सड़क पर जनसैलाब उमड़ आया। कुछ ही घंटों में करीब 25 हजार संगत की रौनक लग गई। अपने गुरु महाराज के दीदार के लिए संगत सत्संग घर के अंदर जमीन पर बैठ गई। हर कोई एकटक उसी तरफ देख रहा था, जिधर से हुजूर जसदीप सिंह गिल ने आना था। चिलचिलाती धूप के बावजूद जो लोग चल नहीं सकते थे, वे व्हीलचेयर आदि पर गुरु जी के दर्शन करने पहुंचे।