पति का नाम मोबाइल में ‘रॉन्ग नंबर’ नाम से सेव:आटा-साटा में शादी, बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर 1 महीने से रच रही थी मर्डर की साजिश, पार्ट-2

राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि जोधपुर के लूणी का रमेश पटेल अपनी मौसेरी बहन को पटवारी के पद पर जॉइनिंग के बाद ट्रेनिंग के लिए सर गांव से जोधपुर ला रहा था। गांव से बाहर निकलते ही 2 किलोमीटर दूर उनकी बाइक को एसयूवी ने टक्कर मार दी। हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई। शुरुआत में पुलिस इसे हादसा मान रही थी, लेकिन मृतक के घरवालों ने हत्या की आशंका जताई। हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरना दिया। पुलिस ने मर्डर के एंगल से मामले का इन्वेस्टिगेशन शुरू किया। घरवालों ने रमेश की पत्नी गुड्डी पर शक जताया। पुलिस ने गुड्‌डी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरुआत में गुड्‌डी इनकार करती रही। बाद में पुलिस की सख्ती के आगे टूट गई। उसने कबूल कर लिया कि रमेश व कविता की हत्या में उसका हाथ था। गुड्‌डी ने मर्डर कबूल कर लिया था, लेकिन अब भी कई सवालों के जवाब मिलने बाकी थे… सवालों के जवाब जानने के लिए आगे की कहानी… रमेश व गुड्‌डी की शादी 2018 में हुई थी। गुड्‌डी रमेश को पसंद नहीं करती थी। वह शादी के पहले से ही शंकर पटेल नाम के युवक से प्यार करती थी। दरअसल आटा–साटा प्रथा में गुड्‌डी की शादी रमेश से कराई गई थी। इस प्रथा में जिस घर में किसी की बेटी की शादी होती है, उसी घर से बहू भी लाते हैं। गुड्‌डी शादी नहीं तोड़ सकती थी, क्योंकि अगर वह ऐसा करती तो उसके भाई की भी शादी टूट जाती। गुड्‌डी के भाई से रमेश की भतीजी की शादी हो रखी थी। उसका गौना नहीं हुआ था। गुड्‌डी अपनी शादी में खुश नहीं थी। इसी वजह से उसने अपने पति रमेश का नाम भी रॉन्ग नंबर लिखकर सेव कर रखा था। शादी के बाद भी गुड्‌डी शंकर के साथ अवैध संबंध में थी। 2021 में शंकर और गुड्‌डी का नाजायज रिश्ता सबके सामने आ गया। रमेश पर पहले भी हुआ था हमला शंकर ने रमेश पर पहले भी हमला किया था। उस समय रमेश को शंकर के बारे में जानकारी नहीं थी और उसे चोर समझ कर छोड़ दिया। उसे लगा कि लूट की नीयत से हमला किया गया था। उस हमले के कुछ दिनों बाद रमेश को अपनी पत्नी गुड्‌डी और शंकर के संबंधों के बारे में पता चला। गुड्‌डी लगभग हर दिन फोन पर शंकर से बात करती थी। इसी लेकर पति-पत्नी में अक्सर झगड़ा होता था। गुड्‌डी व रमेश के बीच की अनबन गांव में सभी को पता चल गई थी। रमेश पर पहले हुए हमले की जानकारी भी गांव वालों को थी। ऐसे में रोड एक्सीडेंट को घरवालों और ग्रामीणों ने हादसा नहीं मान कर हत्या की आशंका जताई थी। इधर गांव में दो दिन से एक गाड़ी घूम रही थी और रेकी कर रही थी। ऐसे में ग्रामीणों का शक यकीन में बदला और उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। एक महीने से रच रहे थे हत्या की साजिश पुलिस की पूछताछ में गुड्डी ने बताया कि उसी ने शंकर से अपने पति रमेश को मारने के लिए कहा था। एक महीने से रमेश को मारने की साजिश रची जा रही थी। शंकर पटेल ने रमेश माली नाम के शख्स को रमेश को मारने के लिए सुपारी दी। रमेश ने दिल्ली से एक पुरानी एसयूवी खरीदी और अपने दो साथी को लेकर आ गया। इधर गुड्डी पल-पल की खबर शंकर को दे रही थी कि कब रमेश कब घर से निकलता है, कहां जाता है। शंकर के इशारे पर रमेश कई दिनों से कार से रमेश का पीछा कर रहा था। वारदात वाले दिन भी गुड्‌डी ने शंकर को रमेश के घर से निकलने की जानकारी दे दी थी। घर से दो किलोमीटर दूरी पर रमेश माली गाड़ी में उसकी बाइक का इंतजार कर रहा था। इस दौरान वह शंकर से फोन पर कनेक्ट था। शंकर ने दूर खेत में बैठ कर रमेश की बाइक आने पर रमेश माली को उसे टक्कर मारने को कहा। पहले तो रमेश माली ने रमेश को रुकने को कहा रमेश ने बाइक नहीं रोकी तो पीछे से जोर से टक्कर मार दी। इस टक्कर में रमेश और कविता दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने 19 जुलाई को मर्डर में शामिल शंकर के तीन साथियों रमेश माली, सोहन पटेल और राकेश को पकड़ लिया। पुलिस ने तीनों से पूछताछ की तो शंकर के गुजरात में होने के इनपुट मिले। 20 जुलाई को पुलिस गुजरात पहुंच गई। पटेल समाज की धर्मशालाओं में शंकर की तलाश की। फिर जानकारी मिली कि शंकर महाराष्ट्र भाग गया। अपना मुंडन करवा कर हुलिया बदल कर रह रहा था। पुलिस नासिक से उसे पकड़ कर लाई। सड़क पर भाई-बहन की लाश, हादसा या हत्या?:पटवारी की ट्रेनिंग के लिए जा रहे थे जोधपुर, करीबी ने रची साजिश, पार्ट-1

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