डीडवाना-कुचामन में लव अफेयर के कारण पत्नी ने अपने प्रेमी और साथी के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या करवा दी। हत्या की पूरी प्लानिंग नागपुर(महाराष्ट्र) से वाई-फाई कॉलिंग पर रची गई। शादी के करीब 7 साल बाद पति की मौत पर शोक जताने के लिए पत्नी फ्लाइट से जयपुर आई और सीधे पति की शोक सभा में जाकर रोने लगी थी। हालांकि वारदात के सातवें दिन पुलिस ने पत्नी समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। घटना जिले के गच्छीपुरा थाना इलाके में बोरवाड़ रोड पर 29 नवंबर को हुई थी। पुलिस ने षड्यंत्र में शामिल मृतक की पत्नी रेखा(21) समेत दो आरोपियों राजूराम(21) व जीवणराम(23) को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। 3 पॉइंट्स में समझिए पूरा मामला 7 दिन पहले दर्ज करवाई थी रिपोर्ट: 29 नवंबर 2025 को उमाराम(61) पुत्र किशनाराम निवासी ईटावालाखा ने अपने बेटे सुरेन्द्र उर्फ सुरेश दादरवाल की गच्छीपुरा इलाके में सड़क हादसे में मौत होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस को बॉडी के गले और पीठ पर गहरे जख्म मिले। इस आधार पर मेडिकल बोर्ड से बॉडी का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। रिपोर्ट में सामने आया कि मृतक का गला धारदार हथियार से काटा गया था। इसके बाद पुलिस ने हादसे की बजाय हत्या के एंगल से जांच शुरू कर दी। संदिग्ध लगने पर एक आरोपी को हिरासत में लिया: पुलिस ने घटना स्थल के आसपास के सभी सीसीटीवी चेक किए गए। एक बाइक पर दो लोग जाते हुए दिखाई दिए। उन्हें ट्रेस किया गया। बाइक पर चोरी की नंबर प्लेट लगी थी। संदिग्ध लगने पर जीवणराम को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ के बाद दूसरे आरोपी राजूराम को भी हिरासत में लिया गया। दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई। जांच में सामने आया कि हत्या की पूरी साजिश मृतक की पत्नी रेखा ने नागपुर में रहकर रची थी। पत्नी समेत तीनों आरोपियों को आज शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सुरेंद्र के हेलमेट उतारते ही किए थे चाकू से वार: पूछताछ में सामने आया कि रेखा ने ही आरोपियों को उसके पति सुरेंद्र के बोरावड़ जाने की सूचना दी थी। इस पर आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की फर्जी नंबर प्लेट नंबर लगी बाइक से मृतक का पीछा किया। बीच रास्ता सुरेंद्र को रोक कर रास्ता पूछा और सुरेंद्र ने जैसे ही हेलमेट उतारा, उस पर दोनों आरोपियों ने चाकू से कई वार किए। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने अपने साथ मोबाइल भी नहीं रखे थे। 7 साल पहले हुई थी शादी, फ्लाइट से शोक जताने आई
रेखा की शादी सुरेंद्र से 2018 में ही हो गई थी, लेकिन उसका ससुराल आना-जाना शुरू नहीं हुआ था। इस दौरान 2020 में रेखा ने कुचामन में कोचिंग शुरू की थी, जहां उसका संपर्क राजूराम से हुआ। उसने 2023 में बीएससी पूरी की। इसी बीच उसकी राजू से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस दौरान रेखा नागपुर में अपने मार्बल कारोबारी पिता के साथ रहने लगी। वह पिछले 3 महीने से केवल वाई-फाई से ही अपने प्रेमी के संपर्क में थी। रेखा ने नागपुर से ही अपने पति की हत्या की प्लानिंग की। हत्या वाले दिन वो फ्लाइट से किशनगढ़ आई और अपने ससुराल इटावा लाखा पहली बार पहुंची थी। रेखा के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और नागपुर में मार्बल और ग्रेनाइट का व्यापार करते हैं। रेखा अपने पिता के साथ ही वहां रह रही थी। राजूराम से प्रेम करने के चलते रेखा सुरेंद्र को पसंद नहीं करती थी। इसीलिए सुरेंद्र को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। सुरेंद्र एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ कॉम्पीटिशन की तैयारी भी कर रहा था। उसके पिता एक किसान हैं और एक छोटा भाई भी है, जो पढ़ाई कर रहा है।


