महाराष्ट्र के परभणी में हिंसा के बाद अब तक 8 मामले दर्ज किए गए हैं और 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नांदेड़ के IG शाहजी उमाप ने बताया कि हिंसा के दौरान एक सब इंस्पेक्टर समेत 9 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। तोड़-फोड़ में शामिल सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। शहर में दो दिन के तनाव के बाद शांति है। शहर में बुधवार से ही BNS की धारा 187 (IPC की धारा 144 की तरह) लागू है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस फोर्स (SRPF) की एक कंपनी बुलाई गई है। IG ने कहा कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसका इलाज चल रहा है। जांच के दौरान पता चला है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। मैं घटना को ज्यादा तूल दिए बिना शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। मंगलवार को सोपन दत्ताराव पवार (45) नाम के व्यक्ति ने परभणी रेलवे स्टेशन के सामने अंबेडकर स्मारक में संविधान की रेप्लिका तोड़ने की कोशिश की थी। इसके बाद लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, इसके बाद भी विरोध खत्म नहीं हुआ। घटना के खिलाफ बुधवार को बुलाए गए बंद के दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस में भी तोड़-फोड़ की। शिवसेना (UBT) बोली- परभणी में हिंसा हो रही, राज्य के गृह मंत्री का पता नहीं
शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि चुनाव नतीजों के बाद महायुति को CM तय करने में 10-11 दिन लग गए। कैबिनेट मंत्रियों के बारे में अब-तक कोई जानकारी नहीं है। परभणी में हिंसा हो रही है और हमें पता ही नहीं है राज्य का गृह मंत्री कौन है। CM और डिप्टी CM दिल्ली में हैं, क्या राज्य सरकार दिल्ली से चलेगी। वहीं, डिप्टी CM अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि परभणी में कल रात से स्थिति नियंत्रण में है। वहां कानून व्यवस्था ठीक है। हिंसा की 4 तस्वीरें… भीड़ ने रिहायशी इलाकों में भी पत्थरबाजी की
संविधान की प्रति तोड़ने के खिलाफ लोगों ने बुधवार को परभणी बंद बुलाया था। इस दौरान आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की गई। बंद के दौरान हिंसा भड़क गई और लोगों ने तोड़फोड़-आगजनी शुरू कर दी। कई रिहायशी इमारतों पर भी पत्थरबाजी की गई। ————————————————— हिंसा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… संभल में वॉट्सऐप मैसेज भेजकर बुलाई भीड़, कश्मीर पैटर्न में हिंसा संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान रविवार को हुई हिंसा में पथराव करने वाले शहर के अलग-अलग हिस्सों से आए। अभी तक जिन 25 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें 13 हिंसा प्रभावित इलाकों के रहने वाले नहीं हैं। उनके घर 3 से 6 किलोमीटर दूर हैं। पूरी खबर पढ़ें…