कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी एक युवक ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखकर मंगलवार को जान दे दी थी। मृतक ने सुसाइड नोट में नगर परिषद के पूर्व सभापति कमल राठौर समेत पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। इसके बाद परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया था। दूसरे दिन भी परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे और जिला अस्पताल में धरना दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी शुभम उर्फ सूरज गौड़ ने मंगलवार को दो पेज का सुसाइड नोट लिखने के बाद घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। उसने सुसाइड नोट में नगर परिषद के पूर्व सभापति कमल राठौर के दबाव में पुलिस पर जबरन हथियार का केस दर्ज करने का दबाव बनाने के लिए मारपीट करने का आरोप लगाया था। युवक के शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। परिजनों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया था। मृतक के शव को जिला अस्पताल मॉर्च्युरी में रखवाया गया है, जहां आज बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे होकर न्याय की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इस धरने में कांग्रेस सरकार के पूर्व खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल, छबड़ा विधानसभा से पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़, पूर्व विधायक मीनाक्षी चंद्रावत सहित बारां-झालावाड़ के कई कांग्रेस के बड़े नेता भी मौजूद बैठे हैं। यह सभी लोग सुसाइड नोट में लिखे गए लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, एसपी को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बारां एसपी राजकुमार चौधरी के खिलाफ जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के इशारे पर एसपी अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। पुलिस द्वारा लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किया जा रहे हैं। अगर दो दिन के भीतर मुकदमा दर्ज नहीं होता है तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी धरना स्थल पर आकर परिवार को न्याय देने की मांग रखेंगे। जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा धरना अनिश्चितकालीन जारी रहेगा।


