अमृतसर | हैदराबाद यूनिवर्सिटी परिसर में फैले कांचा गाचीबोवली जंगल की कटाई पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। यह जंगल 400 एकड़ में फैला है। इसे ‘हैदराबाद के फेफड़े’ कहा जाता है। यह डीम्ड फॉरेस्ट की श्रेणी में आता है। ऐसे जंगलों को कानूनी संरक्षण प्राप्त है। इन्हें काटना कानूनन मना है। तेलंगाना सरकार ने इस जंगल की कटाई शुरू कर दी थी। इससे सैकड़ों वन्य जीवों का घर उजड़ गया। मोर, हाथी और हिरन जैसे जानवरों की चीख-पुकार ने इंसानियत को झकझोर दिया। कई दुर्लभ पौधों और जीवों की प्रजातियां खतरे में आ गईं। स्थानीय लोगों और यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध किया। इसके बाद कोर्ट ने कटाई पर रोक लगाई। साइंस टीचर पलविंदर कौर ने छात्रों के साथ पर्यावरण व वन्य जीवन को बचाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, अब समय आ गया कि पूरी दुनिया एकजुट होकर जंगलों व धरती को बचाए। नहीं इंसानियत का अंत तय है।