पहाड़ पर बिछाए थे 450 IED…जवानों ने मारे 31 नक्सली:नक्सल-अस्पताल और 4 हथियार फैक्ट्रियां तबाह, PM मोदी बोले- जड़ से समाप्त होगा नक्सलवाद

छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर स्थित कर्रेगुट्टा के पहाड़ों पर सुरक्षाबलों ने 21 दिनों तक चले ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें 16 महिला और 15 पुरुष नक्सली शामिल हैं। दैनिक भास्कर ने पहले ही खबर दी थी कि 31 नक्सली मारे गए हैं। वहीं ऑपरेशन में घायल जवान दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में घायल जवानों से मिले। एम्स में कोबरा बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट सागर गणेश बोराडे, हेड कॉन्स्टेबल मुनेश चंद शर्मा, कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार गुर्जर और कॉन्स्टेबल धनु राम भर्ती हैं। दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान गृहमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे। छत्तीसगढ़ के DGP अरुण देव गौतम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नक्सलियों ने पहाड़ की गुफाओं में लगभग 250 गुफाओं में ठिकाने बना रखे थे। बड़े कैडर के इलाज के लिए अस्पताल और हाईटेक हथियार बनाने 4 फैक्ट्री बनाकर रखे थे। जवानों ने सभी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। जवानों की कामयाबी पर PM मोदी ने कहा कि सुरक्षाबलों की यह सफलता बताती है कि नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने की दिशा में हमारा अभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में शांति की स्थापना के साथ उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। भारत 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा- शाह वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहां आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कर्रेगुट्टा पहाड़ PLGA बटालियन 1, DKSZC, TSC CRC जैसी नक्सल संस्थाओं का Headquarter था। उसे जवानों ने तबाह कर दिया। शाह ने फिर दोहराया कि भारत 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा। गृहमंत्री को तुरंत हटा देना चाहिए- पूर्व CM भूपेश वहीं पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस और सभी सुरक्षाबलों नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, लेकिन आश्चर्य की बात है कि गृहमंत्री को इसकी जानकारी नहीं थी। उल्टे राज्य के गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री के बयान का खंडन कर दिया। मुख्यमंत्री को ऐसे गृहमंत्री को तुरंत हटा देना चाहिए। जवानों ने 450 IED की चक्रव्यूह को तोड़ा DGP ने बताया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर पहुंचने के रास्ते में नक्सलियों ने 450 IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बिछा रखे थे। उन्हें विश्वास था कि इतनी सुरक्षा के बावजूद कोई भी फोर्स उनके किले तक नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन सुरक्षाबलों ने यह भ्रम तोड़ दिया। हर IED को डिफ्यूज कर जवान चोटी तक पहुंचे। टेक्निकल इनपुट से बनी रणनीति, पहाड़ी पर बना बेस कैंप ऑपरेशन से पहले टेक्निकल फील्ड इनपुट जुटाए गए। 24 घंटे एनालिसिस के बाद रणनीति तैयार की गई। फोर्स ने पहाड़ी की चोटी पर न सिर्फ अपना बेस कैंप बनाया, बल्कि वहां हेलीपैड भी तैयार किया, ताकि सूचना और मदद जल्दी पहुंच सके। ऑपरेशन कर्रेगुट्टा को लेकर मिली सफलता पर CRPF DG जीपी सिंह और छत्तीसगढ़ पुलिस DG अरुण देव गौतम ने बीजापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कामयाबी और चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। नक्सल प्रवक्ता ने पर्चा जारी कर मारे गए 26 साथियों की पुष्टि की ऑपरेशन की सफलता से पहले ही नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य और प्रवक्ता अभय ने एक पर्चा जारी कर 26 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ हीसरकार से शांति वार्ता को स्पष्ट करने की मांग की। पर्चे में लिखा है, आदरणीय मोदी जी, आपकी सरकार शांति वार्ता के लिए तैयार है या नहीं, स्पष्ट करें।
‘ऑपरेशन कर्रेगुट्टा’…24 दिन में 31 नक्सली ढेर:कांग्रेस ने कहा- कहीं आदिवासी तो नहीं मारे जा रहे; जिन्हें मारा गया उनकी पहचान कैसे हुई ? छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर 22 अप्रैल से शुरू हुए नक्सल ऑपरेशन का आज 24वां दिन है। फोर्स ने अब तक 31 नक्सलियों को मार गिराया गया है। वहीं IED ब्लास्ट की चपेट में आने से 8 से ज्यादा जवान जख्मी हुए हैं। हालांकि इसे लेकर कांग्रेस ने कई सवाल उठाए हैं। पढ़ें पूरी खबर…

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