पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असिम मुनीर ने गुजरात में रिलायंस इंडस्ट्रीज के जामनगर रिफाइनरी को निशाना बनाने की धमकी दी है। ये दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल-साइट रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स है। टाइम्स ऑफ इंडिया कि रिपोर्ट के मुताबिक 10 अगस्त को फ्लोरिडा के टेम्पा में डिनर के दौरान मुनीर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में बताया, जिसमें कुरान की आयत के साथ रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की तस्वीर थी। मुनीर ने कहा था, ‘अगर हमें लगता है कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले जाएंगे।’ मुनीर ने दावा किया कि हाल के भारत-पाक संघर्ष के दौरान उन्होंने इस पोस्ट को जारी करने की मंजूरी दी थी ताकि भारत को दिखाया जाए कि अगली बार हम क्या करेंगे। इसे हमले की चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है। मुकेश अंबानी से जुड़े पोस्ट का जिक्र किया मुनीर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र किया, जिसमें रिलायंस अध्यक्ष मुकेश अंबानी को कुरान की एक आयत (सूरह अल-फिल) के साथ दिखाया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस आयत की व्याख्या कई लोग हवाई हमले की चेतावनी के रूप में करते हैं। मुकेश अंबानी का नाम लेकर मुनीर ने एक ऐसे व्यक्ति की ओर इशारा किया जो भारत की आर्थिक ताकत और वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रतीक है। पाकिस्तानी प्रवासियों को संबोधित करते हुए मुनीर ने परमाणु हमले की धमकी भी दी, ताकि भविष्य में भारत के साथ युद्ध में उनके देश को अस्तित्व का खतरा न हो। मुनीर बोले- हमारे पास मिसाइलों की कमी नहीं इसके अलावा मुनीर ने भारत को परमाणु जंग की भी धमकी दी थी । मुनीर ने सिंधु जल संधि स्थगित करने को लेकर भारत पर 10 मिसाइलों से हमला कर तबाह करने की बात कही। मुनीर ने कहा, ‘भारत के इसे स्थगित करने के फैसले से 25 करोड़ लोगों के भुखमरी का खतरा पैदा हो सकता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं और अगर हमें लगता है कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले जाएंगे।’ असीम मुनीर ने ये धमकी, टाम्पा के ग्रैंड हयात होटल में पाकिस्तान मूल के कारोबारी अदनान असद की तरफ से रखे गये एक डिनर कार्यक्रम में दी है, जिसमें करीब 120 पाकिस्तानी डायस्पोरा के सदस्य मौजूद थे। भारत बोला- परमाणु धमकी देना पाकिस्तान की आदत भारत ने सोमवार को पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर की परमाणु धमकी का जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा- परमाणु हथियार की धमकी देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा। हमें अपनी सुरक्षा करना आता है। किसी मित्र देश की धरती से की गई ये टिप्पणी खेदजनक है। दुनिया देख सकती है कि ऐसे बयान कितने गैरजिम्मेदाराना हैं। ये बातें उस देश पर भी शक पैदा करती हैं, जहां परमाणु हथियारों का सुरक्षित होना तय नहीं है और सेना का आतंकियों से संबंध माना जाता है। दो महीने में दूसरी अमेरिका यात्रा फील्ड मार्शल मुनीर अमेरिका की मध्य कमान (CENTCOM) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के सेवानिवृत्ति समारोह में शामिल होने फ्लोरिडा आए थे। इस समारोह में इजराइल के रक्षा बलों का एक प्रतिनिधि भी मौजूद था। यह दो महीने में उनकी अमेरिका की दूसरी यात्रा है। इससे पहले वे 14 जून को वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के जश्न में शामिल हुए थे। इसके अलावा मुनीर ने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्हाइट हाउस में दो घंटे की लंच मीटिंग की थी। यह बैठक बंद कमरे में हुई थी। यह पहली बार था जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ की मेजबानी की। मुनीर बोले- ट्रम्प को नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया मुनीर ने भारत-अमेरिका के बीच हाल के टैरिफ तनाव पर मजाक उड़ाते हुए कहा कि पाकिस्तान को विश्व शक्तियों के बीच संतुलन बनाने की मास्टर-क्लास देनी चाहिए। मुनीर ने मजाक में कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया, क्योंकि हम अच्छे काम की तारीफ करते हैं। पाकिस्तान सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2026 के नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट किया था। पाकिस्तान का कहना है कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ट्रम्प की कूटनीतिक पहल और मध्यस्थता ने एक बड़े युद्ध को टालने में मदद की। पाकिस्तानी सरकार ने अपने ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा था कि ट्रम्प ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बात कर संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाई। इससे दो न्यूक्लियर ताकत वाले देशों के बीच युद्ध की आशंका टल गई।