पानी विवाद में सुरजेवाला के बयान के बाद नया टविस्ट:सांसद कंग बोले- क्या पंजाब कांग्रेस गलत, राहुल गांधी से मीटिंग कर तय करे

पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विभाग मामले में हरियाणा कांग्रेस के सीनियर नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा पंजाब सरकार व सीएम भगवंत मान को लेकर दिए बयान के बाद नया टविस्ट आ गया है। अब श्री आनंदपुर साहिब के आम आदमी पार्टी AAP सांसद मालविंदर सिंह कंग ने प्रेस कांफ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला को घेरा है। उन्होने कहा कि पानी के मुद्दे पर हुई पंजाब की ऑल पार्टी मीटिंग में कांग्रेस के नेता भी मौजूद थे। ऐसे में पहले यह बात साफ करें कि पंजाब कांग्रेस के नेता क्या गलत कह रहे थे। राहुल गांधी के घर बैठकर तय कर ले कि पंजाब या हरियाणा कांग्रेस में सही कौन है। क्योंकि पंजाब कांग्रेस ने सीएम भगवंत मान के स्टैंड का समर्थन किया था। हरियाणा व केंद्र सरकार मिलकर साजिश कर रहे हैं कंग ने आरोप लगाया कि पानी के मुद्दे पर पंजाब के हकों के खिलाफ केंद्र व हरियाणा मिलकर साजिश कर रहे हैं। जब सीएम भगवंत मान ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी, उसमें सीएम ने कहा कि हरियाणा ने अपने हिस्से का पानी पहले ही प्रयोग कर लिया है। हम उन्हें चार हजार क्यूसेक पानी मानवता के आधार पर दे रहे हैं। इससे आगे एक भी बूंद नहीं देंगे। इस फैसले पर मीटिंग में मौजूद पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने भी सहमति जताई थी।
कंग ने कहा कि हम किसी के साथ धक्का नहीं कर रहे हैं। यह कोशिश हरियाणा सरकार की भाजपा ने केंद्र सरकार के मिलकर की है। रातों-रात बीबीएमबी के अफसर तक बदल दिए गए। हमें पता है कि इतिहास देखते हैं कि इंदिरा गांधी से लेकर पानी के हकों तक डाके लगाए गए। पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने एसवाईएल बनाने के लिए नींव पत्थर रखे। पहले सरकारें अपने हिस्से का पानी दे देती थी
कंग ने कहा कि पहले सरकार और स्टैंडिंग से चलती थी। वह लोगों को खुश करने के लिए अपने हिस्से पंजाब का पानी दूसरे राज्यों को दे देती है। वहीं, अब पंजाब में नहरी पानी से सचाई का एरिया बढ़िया है। अकाली कांग्रेस के समय में यह 25 फीसदी था जो कि अब 60 फीसदी हो गया है। वहीं, रिपेरियन लॉ के मुताबिक यह धक्का है। उन्होंने कहा कि हमारा भूमिगत जल खत्म हो गया है। अब सवाल नहीं पैदा होता है कि 20 मई तक हरियाणा का बनता हक के सौ की जगह 103 फीसदी की है। अगर सवाल करना है तो इस बारे में हरियाणा के सीएम सैनी से करें। उन्होंने इसको लेकर पहले कोई उचित योजना नहीं बनाई है। पंजाब को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
सुरजेवाला कर रहे थे पंजाब गुंडागर्दी कर रहा है, सीएम नंगल डैम चला गया। ताले लगा दिए हैं। यह बदमाशी नहीं है जो कि 60 फीसदी का हिस्सेदार है। उसे बाइपास कर अफसर बदल दो। इसकी शुरुआत हरियाणा और केंद्र की सरकार ने की है। केंद्र सरकार वही तौर-तरीके अपना रही है जो कि केंद्र की कांग्रेस सरकार अपनाती रही है। पीने के लिए 1700 क्यूसेक पानी की जरूरत है। हम चार हजार क्यूसेक पानी दे रहे हैं ताकि कोई प्यास न मरे। हम अपने पंजाब के हितों का पूरा ध्यान रखेंगे।

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