मंगलवार की सुबह आरईओ विभाग के कर्मी राजू गुप्ता के पिता शम्भु शरण गुप्ता (81) को अपने आवास सेक्टर-5सी आवास संख्या 1055 में फंदे से लटका शव मिला। घर वालों ने आनन-फानन में सबसे पहले सेक्टर-6 थाना को खबर दी। पुलिस कर्मियों ने आकर शव को फंदे से नीचे उतारा और घर में लगा हुआ सीसीटीवी कैमरा खंगाला। ताकि मामले का खुलासा हो सके। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा में देखा कि सोमवार की आधी रात को शंभू शरण गुप्ता ने खुद ही घटना को अंजाम दिया। देखा कि उन्होंने खुद ही अपने आवास के आगे और पीछे के दरवाजे में लगे तालों की जांच की और वहीं बागान की ओर रस्सी से फंदा बनाया और लटक गए। घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचते ही आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने बताया कि वह कुछ दिनों से नाराज थे, जिसके कारण उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। बताया कि कुछ दिनों पहले मृतक की प|ी उन्हें बिना बताए बेटी के घर गई थी, इससे वह नाराज थे। प|ी के लौटने के बाद उन्होंने इस तरह का कदम उठाया। मृतक बीएसएल से सेवानिवृत्त हुए थे। वे समाज में एक आदर्श नागरिक के रूप में पहचान रखते थे। उन्हें समाज में एक सम्मानित और अच्छे चरित्र वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। वे शांति समिति के सदस्य और सक्रिय समाजसेवी थे। उनका परिवार भी उन्हें बहुत सम्मान देता था और आसपास के लोग उन्हें आदर की दृष्टि से देखते थे। फिलहाल पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।