कोरबा में पालतू कुत्तों और बिल्लियों के लिए एंटी-रेबीज टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। शहरी क्षेत्रों में पालतू पशुओं से होने वाली घटनाओं और इंसानों पर बढ़ते खतरों को देखते हुए प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम ने यह पहल की है। यह अभियान कोरबा के दशहरा मैदान, राजेंद्र नगर में शुरू हुआ है और इसे अन्य क्षेत्रों में भी चलाया जाएगा। नगर निगम ने पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से इस एंटी-रेबीज वैक्सीनेशन कैंपेन का आयोजन किया। डॉ. राजेंद्र नगर के दशहरा मैदान में मोबाइल मेडिकल यूनिट की उपस्थिति में पालतू कुत्तों और बिल्लियों को निशुल्क टीके लगाए गए। पर्याप्त प्रचार-प्रसार के बाद विभिन्न क्षेत्रों से लोग अपने पशुओं को लेकर शिविर में पहुंचे, जहां सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए टीकाकरण किया गया। 70 पशुओं को लगाए गए एंटी-रेबीज टीके चिकित्सा अधिकारी दीपा कंवर ने बताया कि मौके पर कुल 70 पशुओं को एंटी-रेबीज टीके लगाए गए। उन्होंने कहा कि यह टीका पालतू पशुओं को सुरक्षित रखता है और उनके संपर्क में आने वाले इंसानों के लिए भी राहत प्रदान करता है। पशु मालिकों के लिए यह टीकाकरण अनिवार्य है ताकि भविष्य में किसी भी परेशानी से बचा जा सके। आवारा पशुओं पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में लोक शिक्षण विभाग ने सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों को इस दिशा में काम करने को कहा था। वर्तमान में, लोग स्वयं भी आवारा कुत्तों पर निगरानी रख रहे हैं ताकि उनके कारण दूसरों की जान को खतरा न हो।


