पिस्टल-माउजर रखने का शौकीन था रिटायर्ड फौजी:नींद की गोलियां न मिलने पर उत्तेजित हो जाता था; पत्नी की हत्या के बाद किया सुसाइड

मुरैना में रिटायर्ड फौजी ने मंगलवार तड़के 4 बजे पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुदकुशी कर ली। रिटायर्ड फौजी देवेंद्र सिंह गुर्जर (45) लंबे समय से नींद की गोलियों का हेवी डोज ले रहा था। गोलियां खत्म होने पर या नहीं मिलने पर वह उत्तेजित हो जाता था। इसकी वजह से आए दिन पति-पत्नी में विवाद होता था। देवेंद्र की सोमवार की रात भी पत्नी माधुरी से बहस हुई थी। देवेंद्र ने मंगलवार सुबह हाथापाई के बाद पत्नी को गोली मार दी। वह अपने दोनों बेटों को भी मारना चाहता था, लेकिन वे धक्का मारकर भाग गए। सेना में नौकरी के दौरान भी देवेंद्र इस प्रकार की मानसिक स्थिति से गुजर चुका था। इस कारण उससे फॉर्म-10 भरवाया गया था। यह फॉर्म उन सैनिकों से भरवाया जाता है, जिनकी मानसिक हालत स्थिर नहीं रहती है। इस फॉर्म के भरने के बाद उनका इलाज किया जाता है। नींद खुली तो पिता को पिस्टल ताने देखा
देवेंद्र के परिवार में अब उनके दो बेटे- सौरभ (17) और गौरव (15) ही बचे हैं। वे इस पूरे घटनाक्रम के चश्मदीद हैं। बड़े बेटे सौरभ ने बताया, ‘रात में 9 बजे सभी लोग खाना खाकर सो गए थे। सुबह करीब चार बजे पिता देवेंद्र उठे। उन्होंने अपनी रिवाल्वर से सो रही मां को गोली मार दी। गोली मां की कनपटी में लगी। इसके बाद वे हमें मारने आए। छोटे भाई गौरव की कनपटी पर पिस्टल रखकर ट्रिगर दबाना चाहा। उसका हाथ पिस्टल पर लगा तो वह कनपटी से हट गई। नींद खुलते ही पिता को पिस्टल ताने देखकर वह हक्का-बक्का रहा गया। उसने पिता को धक्का दिया और तेजी से बाहर की ओर चिल्लाते हुए भागा। छोटे के साथ ही मैंने भी बाहर की ओर दौड़ लगा दी। हम बाहर निकले ही थे कि गोली चलने की आवाज आई। वापस जाकर देखा तो पिता ने खुद को गोली मार ली थी। 19 साल पहले शादी, 2020 में रिटायरमेंट
मुरैना के रिठौरा क्षेत्र के पड़ावली के पास उदियापुरा गांव के रहने वाले देवेंद्र पिता बलवीर गुर्जर तीन भाई थे। देवेंद्र तीनों में सबसे बड़ा था। सबसे छोटा भाई जितेंद्र भी सेना में है। मंझला सुरेंद्र किसान है। देवेंद्र की शादी 19 साल पहले माता बसैया थाना क्षेत्र के मानपुर गांव की रहने वाली माधुरी से हुई थी। बड़ा बेटा सौरभ संजय कॉलोनी स्थित इनोवेटिव कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा 11वीं का छात्र है। वहीं, छोटा बेटा गौरव 9वीं में पढ़ता है। देवेंद्र साल 2020 में सेना से हवलदार के पद से रिटायर हुआ था। रिटायरमेंट के बाद वह मुरैना के गणेशपुरा स्थित संजय कॉलोनी में परिवार के साथ रहने लगा। राजस्थान के धौलपुर स्थित फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) के वेयरहाउस में बतौर गार्ड नौकरी जॉइन कर ली थी। नौकरी में रहते खरीदी पिस्टल और माउजर
देवेंद्र की गांव में करीब 50 बीघा जमीन है। रिटायरमेंट के बाद देवेंद्र को जो रुपए मिले, उससे मुरैना के विक्रम नगर में दो और ग्वालियर में तीन प्लॉट खरीदे थे। देवेंद्र को हथियार काफी पसंद थे। उसने नौकरी में रहते हुए एक माउजर और एक पिस्टल खरीदी थी। पारिवारिक मित्रों ने बताया कि देवेंद्र वैसे तो बहुत ही व्यवहारिक था, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति को लेकर परिजन बहुत चिंतित थे। उन्हें चिंता रहती थी कि कहीं देवेंद्र खराब मानसिक स्थिति में किसी को या फिर स्वयं को नुकसान न पहुंचा ले। दीपावली से पहले नए मकान में रहने आया था परिवार
गौरव ने बताया कि पिता ने गोपालपुरा की संजय कॉलोनी स्थित अपने पुराने मकान को बेच दिया था। वह मकान बहुत छोटा था। उसके बाद गांव के ही रहने वाले दिलीप कंषाना से विक्रम नगर वाला मकान खरीदा था। दिलीप भी आर्मी में हैं। हम सभी विक्रम नगर वाले मकान में दीपावली से ठीक पहले ही रहने आए थे। पड़ोसियों ने कहा- मकान और प्लॉट बेचना चाहता था देवेंद्र
इस घटनाक्रम के बाद पड़ोसी सकते में हैं। कैमरे पर तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया, लेकिन दबी जुबान में बताया- देवेंद्र ने मकान तो खरीद लिया था लेकिन वो मकान और दोनों प्लॉट से संतुष्ट नहीं थे। वे वहां से कहीं और जाना चाह रहे थे। देवेंद्र ने इस बात का जिक्र अपने कुछ पड़ोसियों से किया भी था। उन्होंने प्लॉट और मकान को बिकवाने के लिए मदद भी मांगी थी। एक पड़ोसी का कहना है कि हमने उन्हें समझाया भी था कि इतनी जल्दबाजी ठीक नहीं है। इतनी जल्दी मकान और प्लॉट बिकना मुश्किल है क्योंकि आपके दोनों प्लॉट की कीमत ही करीब 35 लाख रुपए है। पिस्टल की नोंक पर बेटों को जगाया
सीएसपी विजय भदौरिया ने कहा, ‘प्रारंभिक जांच में पता चला है कि देवेंद्र, माधुरी और दोनों बच्चों के साथ कमरे में सोए थे। सुबह उन्होंने पिस्टल की नोंक पर बेटों को जगाया। बच्चों ने मां को अचेत देखा। उन्होंने पिता को धक्का दिया और वहां से भाग गए। इसके बाद एक और गोली चलने की आवाज आई। बच्चे वापस कमरे में आए तो पिता को जमीन पर पड़ा देखा। बच्चों ने बताया कि पिता नींद की गोलियों का प्रयोग करते थे। गोलियों की जांच भी कराई जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘पति-पत्नी दोनों के मोबाइलों की सीडीआर निकलवाई जा रही है। निश्चित रूप से कोई न कोई वजह सामने आएगी।’ एएसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने कहा- दोनों बच्चों ने पूरे घटनाक्रम को देखा है। वह जो बता रहे हैं, उस पर विश्वास करना होगा। जल्द ही वास्तविक कारण तक पुलिस पहुंच जाएगी। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रिटायर्ड फौजी ने पत्नी को गोली मारी, सुसाइड किया: मुरैना में दोनों बेटों पर भी तानी पिस्टल, धक्का देकर भागे बच्चे मुरैना में रिटायर्ड फौजी ने पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर दोनों बेटों पर पिस्टल तानी। दोनों बच्चे उसे धक्का देकर भाग निकले। इसके बाद फौजी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना शहर के विक्रम नगर में मंगलवार तड़के करीब 4 बजे की है। पुलिस और फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम मामले की जांच कर रही है। पूरी खबर पढ़ें

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