मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में चल रहे विकास के काम और नक्सल उन्मूलन अभियान की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि 205 मुठभेड़ों में 427 माओवादी मारे गए, जिनमें संगठन के शीर्ष नेता महासचिव बसवा राजू और सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकर जैसे कुख्यात माओवादी शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में 64 नए फॉरवर्ड सुरक्षा कैंपों की स्थापना की गई है, जिससे सुरक्षा नेटवर्क मजबूत हुआ है। मुख्यमंंत्री ने बताया कि अब बस्तर का चेहरा बदल रहा है, जो कभी बंदूक और बारूदी सुरंगों के लिए जाना जाता था। अब वह डिजिटल बदलाव से पहचाना जा रहा है। सरकार ने अब तक कुल 671 मोबाइल टावर चालू कर दिए हैं, जिनमें से 365 टावरों में 4 जी सेवा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ की सरकार प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई हर गारंटी को पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में विकास के कार्यों में अभूतपूर्व प्रगति हो रही है, जिसका सकारात्मक परिणाम धरातल पर दिख रहा है। मुख्यमंत्री साय ने केंद्र सरकार के सफल 11 साल पूरे होने पर शुभकामनाएं भी दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व नए भारत की आत्मनिर्भरता और सामर्थ्य का प्रतीक है, जिसने वैश्विक मंच पर मां भारती का मान बढ़ाया है।
डेढ़ साल में 1428 माओवादियों ने किया सरेंडर: साय
इससे पहले मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में माओवादी विरोधी अभियानों की अब तक की सफलताओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की नई रणनीति और केंद्र के सहयोग से नक्सल उन्मूलन अभियान को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया गया है। विगत डेढ़ वर्ष में चलाए गए सघन अभियानों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं। 1,428 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो बीते पांच वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह उपस्थित थे।