केंद्र की पीएम सूर्य घर योजना के तहत अब छत्तीसगढ़ का हर घर बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा। घर पर बिजली का उत्पादन होगा। इससे घर में बिजली की जरूरत तो पूरी होगी ही, अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेची जा सकेगी। इससे आम लोगों को बिजली बिल हाफ योजना जैसी किसी रियायत की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि उनके लिए बिजली का खर्च लगभग शून्य हो जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस योजना में केंद्र की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी के अलावा अपनी ओर से भी अधिकतम 30 हजार रुपए की सब्सिडी देने ऐलान किया है। केंद्र और राज्य मिलाकर 3 किलोवॉट के रूफ टॉप सोलर पैनल पर कुल 1.08 लाख रुपए की सब्सिडी आ रही है। पैनल लगाने की लागत करीब 1.80 लाख रुपए की आएगी। शेष 72 हजार रुपए भी लोगों को जेब से नहीं देने होंगे। उन्हें 6% ब्याज पर 10 साल के लिए लोन मिलेगा। इसकी मासिक किस्त भी 808 रुपए आएगी। छोटे घर वाले एक और दो किलोवॉट के भी पैनल लगा सकेंगे। इनपर भी केंद्र और राज्य की ओर से अलग-अलग सब्सिडी मिलेगी। ऊर्जा विभाग के अफसरों के अनुसार सोलर पैनल लगाने के बाद लोगों को बिजली बिल देने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। हर महीने 200 से 360 यूनिट तक बिजली का उत्पादन होगा। बता दें कि रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने वाले उपभोक्ता अपनी छत पर उत्पादित होने वाली बिजली का उपयोग करने के साथ-साथ शेष बिजली को ग्रिड में भेजकर अतिरिक्त आय कमा सकेंगे। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 25 प्रतिशत शेष लागत उपभोक्ता खुद वहन कर सकते हैं, या फिर बैंक से कम से कम ब्याज दर पर लोन ले सकेगा। इस ऋण की मासिक किस्त लगभग 800 रुपए होगी, जो कि वर्तमान में 400 यूनिट पर देय औसत बिल 1000 रुपए से भी कम होगी। जरूरत के अनुसार प्लांट की क्षमता, पर छूट 3 केवी तक अफसरों के अनुसार पीएम सूर्य घर योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी घर की जरूरत के अनुसार कितनी भी क्षमता के पैनल लगा सकता है। लेकिन केंद्र और राज्य की ओर से मिलने वाली सब्सिडी अधिकतम 3 किलोवॉट तक ही मिलेगी। योजना का उद्देश्य मध्यम वर्ग के लोगों को सब्सिडी के माध्यम से लाभ पहुंचाना है। सौर बिजली के लिए आवेदन