पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ इलाके में एक व्यक्ति की जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। 37 साल के मिलिंद कुलकर्णी रोज की तरह वर्कआउट कर रहे थे, एक सेशन खत्म होने के बाद उन्हें चक्कर आया। इसके बाद जब वो पानी पी रहे थे, तभी अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। घटना शनिवार सुबह की है। जिम में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई है। जैसे ही मिलिंद गिरे, वहां मौजूद लोग फौरन उनके पास पहुंचे और उन्हें नजदीकी यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल हॉस्पिटल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देखें पूरा घटनाक्रम… मैनेजर ने कहा- 6 महीने से जिम आ रहे थे जिम के मैनेजर का कहना है कि मिलिंद कुलकर्णी नियमित रूप से आने वाले और अनुभवी जिम सदस्य थे। मिलिंद पिछले 6 महीने से नियमित रूप से जिम जा रहे थे और उन्हें किसी गंभीर बीमारी की शिकायत नहीं थी। उनकी पत्नी खुद एक डॉक्टर हैं। वहीं डॉक्टरों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण हार्ट अटैक था। मृतक के दिल में 60 से 70 प्रतिशत तक ब्लॉकेज था, जिसकी उन्हें शायद जानकारी नहीं थी। यह उनका पहला हार्ट अटैक हो सकता है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए YCMH भेजा गया। उधर, चिंचवाड़ पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक अंकुश बांगर ने कहा कि परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है। लेकिन मौत स्वाभाविक कारणों से हुई है, इसलिए किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया गया है। हैदराबाद में बैडमिंटन खेलते समय युवक को हार्ट अटैक आया 28 जुलाई को हैदराबाद के नागोले स्टेडियम में बैडमिंटन खेलते वक्त एक 25 साल के युवक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। मृतक राकेश हैदराबाद में एक निजी कंपनी में काम करता था। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। राकेश बैडमिंटन खेलने के दौरान शटल कॉक उठाने के बाद अचानक गिर जाते हैं। दोस्त तुरंत ही उसे नजदीक के हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया। वीडियो देखें… प्रीमैच्योर हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं?
लंदन के इम्पीरियल कॉलेज में कार्डिएक फार्मालॉजी के प्रोफेसर स्यान हार्डिंग के मुताबिक, आज के समय में दिल और डायबिटीज की बीमारियां आम हो गई हैं। युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं। कई मामलों में ये देखने को मिला है कि बिना किसी लक्षण के अचानक हार्ट अटैक आता है और हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही मौत हो जाती है। हार्ट अटैक से पहले कई मामलों में लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे- सीने में दर्द, भारीपन और जकड़न, एसिडिटी जैसा महसूस होना, बाएं कंधे या बाएं हाथ में दर्द महसूस होना, सांस फूलना। हार्ट अटैक से कैसे बचें युवा?
लाइफ स्टाइल में बदलाव से प्रीमैच्योर हार्ट अटैक का रिस्क काफी कम किया जा सकता है। वॉकिंग, साइकिलिंग, जॉगिंग और स्विमिंग करने से हार्ट अटैक का खतरा 30% तक कम हो जाता है। जंक फूड की बजाय हेल्दी फूड खाना चाहिए, जिसमें सब्जी, फल, मेवे, सोया और लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल हों। फास्ट फूड, चिप्स, बिस्किट वगैरह में ट्रांसफैटी एसिड इस्तेमाल होता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए। तंबाकू और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। टाइम मैनेजमेंट सीखना चाहिए। आजकल लोग लैपटॉप और डेस्क पर ज्यादा वक्त बिताते हैं इसलिए योग और एक्सरसाइज दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा एहतियात बहुत जरूरी है। युवाओं को नियमित रूप अपने दिल की जांच करवानी चाहिए, जिससे समय रहते ब्लॉकेज का पता चल सके। ——————————————— ये खबरें भी पढ़ें… जिम में एक्सरसाइज करते हरियाणा के बिल्डर की मौत, VIDEO:37 साल उम्र, हार्ट अटैक आया हरियाणा के फरीदाबाद में जिम में वर्कआउट करते समय 37 साल के युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। युवक का वजन 170 किलो हो चुका था, जिस कारण उसने 4 महीने पहले ही जिम जॉइन की थी। वह वर्कआउट कर अपना वजन कम करना चाहता था। पूरी खबर पढ़ें…