वीरवार शाम पुलिस और ड्रग तस्करों के बीच मुठभेड़ में मारे गए आरोपी की पहचान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एनकाउंटर में मारा गया व्यक्ति, जो पुलिस की ओर से पहले धमेन्द्र सिंह निवासी सलेमपुरा टिब्बा बताया गया था। बाद में सामने आया कि वह राज कुमार उर्फ राजू निवासी गांव खुरशैदपुरा था। जानकारी के मुताबिक शनिवार घटना के बाद जब पुलिस ने गाड़ी से 2 आरसी बरामद कीं तो जल्दबाजी में गलत पहचान हो गई। डीआईजी लुधियाना रेंज निलांबरी विजय जगदले ने मीडिया को मृतक का नाम धमेन्द्र बताया, पर अगले दिन धमेन्द्र जिंदा पाया गया और राजू के घर मातम पसरा मिला। जिस व्यक्ति की एनकाउंटर में मौत हुई है, उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी लंबा रहा है। मरने वाले पर लुधियाना देहात, फिरोजपुर, जालंधर, मोगा और फरीदकोट समेत कई जिलों में 23 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें लूट, चोरी और नशा तस्करी प्रमुख है। पुलिस के अनुसार एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स ने राजू को 2 किलो हेरोइन संग पकड़ने की योजना बनाई थी। पुलिसकर्मी ग्राहक बनकर राजू से डील कर रहे थे। जब पुलिस ने कार का दरवाजा लॉक किया तो राजू ने बाहर से गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से राजू की मौत हो गई और उसका साथी मौके से फरार हो गया। डीआईजी ने पहले फरार साथी का नाम जगसीर खान बताया था, लेकिन पुलिस ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि फरार आरोपी की पहचान की जांच जारी है। पुलिस ने आरोपी की कार से 1.600 किलो हेरोइन, 15 लाख रुपए, पिस्तौल, कारतूस बरामद करने का दावा किया है।