छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस लाइन से करीब 2 किलोमीटर दूर व्यासकोंगेरा के नदी किनारे 5 बोरियों में कुत्तों के शव मिले हैं। शव पूरी तरह से सड़ी-गली अवस्था में हैं। एक महीने पहले एक पुलिस इंस्पेक्टर पर 10 आवारा कुत्तों को गोली मारने का आरोप लगा था। सोशल मीडिया पर मृत कुत्तों को बोरे में भरने का वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस का दावा था कि केवल 2 मृत कुत्तों को नदी किनारे फेंका गया था। पुलिस लाइन के कुछ पशु प्रेमी ने नाम न छापने की शर्त पर कुत्तों को गोली मारने की पुष्टि की थी। पशु प्रेमियों ने की मामले में जांच की मांग वहीं अब 35 दिन बाद शव मिले हैं। पशु प्रेमियों ने शवों के मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम की मांग की है। वे चाहते हैं कि पशु चिकित्सा विभाग से पोस्टमॉर्टम करवाकर मामले की गहन जांच की जाए। दुर्गंध से परेशान होकर दूर फेंकी बात आई सामने उप पुलिस अधीक्षक नक्सल सेल गिरजा शंकर साव ने बताया कि वीडियो की जांच में 8-9 लोगों के बयान लिए गए। सभी ने कहा कि मृत कुत्तों की दुर्गंध से परेशान होकर उन्हें दूर फेंका गया। किसी ने गोली मारने की बात नहीं कही और जिनके ऊपर आरोप था, उनके पास गन भी नहीं मिला। हर तीसरे दिन डॉग बाइक के आ रहे मामले पुलिस लाइन इंचार्ज गोविंद वर्मा ने बताया कि इन दिनों कुत्तों का हमला बढ़ चुका है। यहां हर तीसरे दिन एक न एक स्कूली बच्चों पर कुत्तों का हमला हो जाता है। पेरेंट्स के बगैर बच्चों को न छोड़ने का निर्देश भी बस ड्राइवरों दिया गया है। दो से तीन दिनों पहले विभाग के महिला कर्मचारी को तीन कुत्ते घेर लिया। जिससे वह गिर गई और उन्हें अस्पताल पहचाना पड़ा था।