माता-पिता बच्चे के भावनात्मक, सामाजिक तथा अकादमिक विकास को आकार देने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। जबकि स्कूल विकास के लिए जरुरी ज्ञान तथा हुनर प्रदान करते है। घरेलू वातावरण, रचनात्मकता तथा आलोचनात्मक सोच की नींव रखता है। पैरेंट्स और टीचर्स के बीच एक मजबूत सहयोग एक ऐसे वातावरण को उत्साहित करता है। जहां बच्चे अपनी प्रतिभा का पता लगा सकते हैं और संपूर्ण रूप से आगे बढ़ सकते हैं। इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए सीबीएसई अकादमिक सेशन 2025-26 के लिए सीबीएसई पैरेंटिंग कैलेंडर की शुरुआत की गई है। 5वीं का रिजल्ट कल आएगा पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से पांचवी रिजलट 31 मार्च को छुट्टी होने के कारण, परिणाम 29 मार्च को स्कूल, ब्लॉक और जिला स्तर पर जारी किया जाएगा। वहीं पैरेंट्स मीटिंग में विद्यार्थियों की कारगुजारी पैरेंट्स से सांझा की जाएगी। अच्छी कारगुजारी वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि 5वीं की बोर्ड परीक्षा 7 मार्च से 13 मार्च तक आयोजित की गई थी। शाम 4 बजे वेबसाइट चलेगी सीबीएसई पैरेंटिंग कैलेंडर की अधिकारित शुरुआत सीबीएसई के यू टयूब चैनल पर शैड्यूल मुताबिक दिखाया जाएगा। 28 मार्च शुक्रवार को शाम 4 बजे लिंक https://youtube.com/live/yA3FqszIB08 पर सभी स्कूल प्रिंसिपल, अध्यापक, काउंसलर, वैलनेस एजुकेटर और पैरेंट्स को लाइव लॉन्च प्रोग्राम में शामिल होना होगा। ताकि पैरेंटिंग कैलेंडर के उद्देश्यों, माता पिता-स्कूल सहयोग को मजबूत करने में इसकी भूमिका तथा विद्यार्थियों की भलाई की पहल के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके। पैरेंटिंग कैलेंडर का उद्देश्य पैरेंट्स-अध्यापकों की साझेदारी को मजबूत करना, खुले संवाद को बढ़ावा देना, संपूर्ण विकास के लिए विद्यार्थियों के नतीजों को बढ़ाना इस पैरेंटिंग कैलेंडर का मुख्य उद्देश्य है। इससे पैरेंट्स और विद्यार्थियों में सहयोगात्मक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। पैरेंटिंग कैलेंडर में स्कूलों और पैरेंट्स के बीच सार्थक जुड़ाव को सुविधाजनक बनाने के लिए ढांचागत दिशा निर्देश, मीटिंगें और पहल शामिल होंगी। ये प्रभावी बातचीत के लिए सिफारिशें प्रदान करेगा और छात्रों के विकास और तंदरुस्ती को सुनिश्चित करने के लिए चल रहे सहयोग को प्रोत्साहित करेगा।