पैरों की मालिश से सिरदर्द, नींद और पाचन में राहत

भास्कर न्यूज। लुधियाना आयुर्वेद के मुताबिक, शरीर के अलग-अलग हिस्सों की रोजाना मसाज से सिर्फ बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक सिस्टम भी मजबूत होता है। खासतौर पर रात को सोने से पहले पैरों में तेल लगाने की आदत छोटे बदलाव के साथ बड़े फायदे दे सकती है। आयुर्वेदाचार्य मानते हैं कि तलवों की नियमित मालिश से थकान, स्ट्रेस, नींद की समस्या और शरीर के कई विकार धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं। यह सिर्फ आराम देने वाली क्रिया नहीं, बल्कि शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने वाली प्राचीन थेरेपी भी है। {नींद गहरी आती है : पैरों के तलवों में कई नर्व एंडिंग्स होती हैं। जब हम सोने से पहले तलवों पर तिल का तेल, नारियल तेल या घी लगाकर हल्के हाथों से मालिश करते हैं, तो यह नसों को शांत करता है और मस्तिष्क को रिलैक्स सिग्नल भेजता है। इससे अनिद्रा की समस्या में सुधार होता है और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है। {सिरदर्द और तनाव में राहत : आयुर्वेद में बताया गया है कि पैरों की मालिश शरीर में वात दोष को संतुलित करती है। जब यह दोष नियंत्रित होता है तो सिरदर्द, माइग्रेन और मानसिक तनाव जैसे लक्षणों में राहत मिलती है। रोजाना रात में 5 से 7 मिनट तक मालिश करने से दिमाग को ठंडक मिलती है। {पाचन तंत्र होता है मजबूत : रात में तलवों की मालिश से शरीर के एक्यूप्रेशर पॉइंट्स एक्टिवेट होते हैं। इससे पाचन अग्नि मजबूत होती है और गैस, अपच या कब्ज जैसी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगती हैं। ये एक नेचुरल डिटॉक्स की तरह भी काम करता है। {हॉर्मोनल बैलेंस और त्वचा को फायदा : पैरों पर तेल लगाने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है जिससे हॉर्मोनल संतुलन सुधरता है। साथ ही, एड़ियों और तलवों की फटी त्वचा को भी पोषण मिलता है और वे मुलायम हो जाते हैं। खासकर सर्दियों में ये आदत बेहद जरूरी हो जाती है। {कौन सा तेल लगाएं : तिल का तेल वात को शांत करने वाला होता है और नींद व मानसिक तनाव में सबसे प्रभावी माना गया है। नारियल तेल ठंडा होता है, इसलिए गर्मियों में बेहतर है। घी भी एक अच्छा विकल्प है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।

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