भास्कर न्यूज | जनकपुर नगर पंचायत जनकपुर में भीषण गर्मी के बीच राहगीरों के लिए कहीं भी प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गई है। अप्रैल खत्म होने को है, तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। सुबह 9 बजे से ही तेज गर्मी शुरू हो जाती है। दोपहर तक लू चलने लगती है। बाजार में खरीदारी करने आए लोगों को प्यास बुझाने पानी खरीदना पड़ रहा है, जबकि पूर्व में ग्राम पंचायत के समय गर्मी शुरू होते ही सार्वजनिक प्याऊ घर खुल जाते थे। पिछले वर्षों में अप्रैल की शुरुआत में ही प्याऊ खुल जाया करते थे। इस बार मार्च से ही गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। इसके बावजूद अब तक बाजार समेत सार्वजनिक क्षेत्र में एक भी प्याऊ नहीं खुला है, जबकि ग्राम पंचायत जनकपुर को अब नगर पंचायत का दर्ज मिल चुका है। लोग घर से बाहर निकलते हैं तो रास्ते में पानी नहीं मिलने से बोतल खरीदने को मजबूर हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सामने, बस स्टैंड के पास और तहसील कार्यालय के आसपास प्याऊ लगाना जरूरी है। नगर पंचायत में कई छोटे कार्यों के लिए बजट नहीं होने की बात कही जा रही है, लेकिन नगर पंचायत के सीएमओ की निजी गाड़ी के वाहन चालक को हर महीने 10 हजार का भुगतान किया जा रहा है। नगर पंचायत के पास कोई सरकारी गाड़ी नहीं है। वाहन चालक पंचायत के किसी अन्य कार्य में भी नहीं लगते। इसके बावजूद हर माह उनका वेतन दिया जा रहा है। भीषण गर्मी में हैंडपंप से पानी पीते हुए राहगीर। मई में खोलेंगे प्याऊ घर मामले में नगर पंचायत जनकपुर के सीएमओ रमेश प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि कहां-कहां प्याऊ की व्यवस्था करनी है। जहां जरूरत होगी, वहां मई महीने तक प्याऊ लगाए जाएंगे। निजी वाहन चालक के भुगतान पर उन्होंने कहा कि मीटिंग के लिए मनेंद्रगढ़ और अंबिकापुर जाना पड़ता है, इसलिए प्लेसमेंट के जरिए वाहन चालक का भुगतान किया जा रहा है।