प्रवासी राजस्थानी दिवस पर 10 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कार्यक्रम के लिए राजधानी में ग्रीनरी, सजावट और साफ-सफाई के कार्य तेज हो गए हैं। राजस्थान मेहमानों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। देश-विदेश से आने वाले प्रवासी राजस्थानियों और उद्योगपतियों में भारी उत्साह है। अब तक करीब 8,700 से अधिक ट्रेड व उद्योगों से जुड़े लोगों ने पंजीकरण करा लिया है। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास और उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल ने कार्यक्रम स्थल (जेईसीसी, सीतापुरा) पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मुख्य समारोह, सेक्टोरल सेशन के लिए निर्धारित हॉल के साथ ही राज्य सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए बनाए जा रहे प्रगति पथ का भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्यों को अगले 48 घंटे में पूरा कर लिया जाए। इस दौरान जेडीए आयुक्त आनन्दी, रीको एमडी शिवांगी स्वर्णकार, राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा, नगर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी, बीआईपी के अतिरिक्त आयुक्त जुगल किशोर मीणा मौजूद रहे। प्रवासी राजस्थानियों के निवेश की नई नीति एसीएस शिखर अग्रवाल ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रवासी राजस्थानियों को अपनी जड़ों से जोड़ते हुए प्रदेश के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है। साथ ही, इस प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए एक नई नीति भी बनाई गई है। उद्योग एवं निवेश संवर्धन ब्यूरो के आयुक्त सुरेश कुमार ओला ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आयोजन स्थल पर राजस्थान की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित किया गया है, ताकि प्रवासी राजस्थानी अपनापन महसूस करें और यहां से अच्छी यादें लेकर लौटें। 50 आरएएस की प्रोटोकॉल ड्यूटी
राजस्थानी प्रवासी दिवस के आयोजन के लिए सरकार ने 50 आरएएस अधिकारियों की प्रोटोकॉल ड्यूटी लगाई है। कार्मिक विभाग ने आदेश जारी किया। उनका हर एक्टिविटी और अतिथि के लिए कार्य विभाजन किया गया है। अतिथियों को रिसीव करने और अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी रहेगी। तैयारियों को फाइनल करने सीएस वी श्रीनिवास ने शनिवार को कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। सीएम ने की इन्वेस्ट राजस्थान में घोषणा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पिछले साल राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव में 10 दिसंबर को हर वर्ष प्रवासी राजस्थानी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस कड़ी में पहला प्रवासी दिवस आगामी 10 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य राजस्थानी डायस्पोरा को साथ लाना और प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ना है।


