नगर निकाय चुनाव अप्रैल-मई में हो सकता है। चुनाव को लेकर हाईकोर्ट में हुई लगातार सुनवाई के बाद रास्ता साफ होता दिख रहा है। जिस कारण इसके लिए तैयारी भी चल रही है। निकाय चुनाव विस चुनाव के मतदाता सूची के आधार पर ही होगा। जिसके अनुसार चुनाव में शहरी क्षेत्र के 40 हजार 600 मतदाता भाग लेंगे। 2018 के चुनाव में 35 हजार मतदाता थे। इस बार के चुनाव में 5600 मतदाताओं की संख्या बढ़ेगी। शहरी क्षेत्र के 22 वार्डों के लिए हर वार्ड में दो-दो मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इन प्रकार 44 केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। चुनाव कार्य कर रहे जनसेवक हीरालाल साहू के अनुसार ट्रिपल टेस्ट सर्वे के अनुसार शहरी क्षेत्र में ओबीसी की संख्या लगभग 45 प्रतिशत है। सर्वे रिपोर्ट स्टेट को भेजी जा चुकी है। जिसके बाद सर्वे की जांच के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग झारखंड रांची की तीन सदस्यीय टीम पिछड़ा वर्ग का आरक्षण निर्धारण के लिए सर्वे की जांच कर चुकी है। उन्होंने बताया कि अभी तक आरक्षण का रोस्टर जारी नहीं किया गया है। फिलहाल मतदाता सूची विखंडन का कार्य चल रहा है। इसके बाद आरक्षण रोस्टर को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार रांची में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद आरक्षण रोस्टर जारी किया जाएगा। चुनाव संबंधी कार्य में दो जनसेवक, कंप्यूटर ऑपरेटर, कर दारोगा, नप की अभियांत्रिकी टीम लगे हुए है। दलीय आधार होंगे चुनाव संभावना जताई जा रही है कि दलीय आधार पर निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है। हालांकि किसी भी स्थिति में अध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित होगा। जबकि उपाध्यक्ष का चुनाव सीधे तौर पर न होते हुए चयनित वार्ड पार्षदों के जरिए होगा। 22 पार्षद के बीच से ही उपाध्यक्ष चुने जाएंगे। फिलहाल ट्रिपल टेस्ट के बाद कई वार्डों का आरक्षण रोस्टर बदले जाने के कयास को लेकर निवर्तमान जनप्रतिनिधियों की चिंता बढ़ी हुई है। संभावित प्रत्याशी अभी से ही मैदान मजबूत करने के लिए सक्रिय दिखने लगे हैं। 22 मार्च को मतदाता सूची का होगा प्रकाशन अभी वार्ड वार मतदाता सूची विखंडन का कार्य चल रहा है। यह पूरा होने के बाद पता चलेगा कि किस वार्ड में मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक और कहां सबसे कम है। वहीं शहरी क्षेत्र में पुरूष मतदाता अधिक है या महिला। विखंडन कार्य पूर्ण होने के बाद दस मार्च को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। फिर 11 से 20 मार्च तक दावा आपत्ति के लिए समय निर्धारित किया गया है। उसके बाद 22 मार्च को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।