फतेहगढ़ साहिब की प्रमुख पशु मंडी नबीपुर की बदहाल स्थिति पर शनिवार को पशुपालकों और व्यापारियों ने रोष प्रदर्शन किया है। मंडी में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पीने के पानी, ठहरने, परिवहन और सफाई जैसी आवश्यक सुविधाएं पूरी तरह से नदारद हैं। इसके बावजूद मंडी में आने-जाने और हर पशु पर भारी शुल्क वसूला जा रहा है। व्यापारियों के अनुसार हर पशु पर 2700 रुपये शुल्क, मंडी में प्रवेश के लिए 50 रुपये और पानी के लिए 350 रुपये का सरचार्ज देना पड़ रहा है। व्यापारियों और पशुपालकों की समस्याएं सुनीं
जिला परिषद फतेहगढ़ साहिब के पूर्व चेयरमैन बलजीत सिंह भुट्टा ने मंडी का दौरा किया। उन्होंने व्यापारियों और पशुपालकों की समस्याएं सुनीं। भुट्टा ने कहा कि यह मंडी करोड़ों रुपये की लागत से बनी थी। लेकिन आज इसकी हालत देखकर दुख होता है। मंडी परिसर में बने शेड जर्जर हालत में हैं। इनकी देखरेख वर्षों से नहीं हुई है। गंदगी और अव्यवस्था के कारण व्यापारी और पशु पालक दोनों ही परेशान हैं। पशुपालकों ने बताया कि मजबूरी में उन्हें इन हालातों में व्यापार करना पड़ रहा है। व्यापारियों और पशुपालकों ने मंडी परिसर में सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि मंडी को दोबारा सुव्यवस्थित किया जाए। साथ ही जरूरी सुविधाएं तत्काल मुहैया करवाई जाएं। ठेकेदार का कहना है कि उन्होंने हाल ही में ठेका लिया है। जो संभव हो पाया, वह व्यवस्था उन्होंने कर दी है। उनके अनुसार बाकी की जिम्मेदारी सरकार की है।