राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ ने सूरजपुर के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. प्रिंस जायसवाल को बर्खास्त कर दिया है। डॉ. जायसवाल पर फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त करने का आरोप है। जांच में पाया गया कि डॉ. जायसवाल ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक पद के लिए साबरमती विश्वविद्यालय की डिग्री जमा की थी। सूरजपुर SP की जांच में यह डिग्री संदिग्ध पाई गई। प्रशासन ने उन्हें स्पष्टीकरण के लिए तीन दिन का समय दिया। डॉ. जायसवाल ने 30 दिन का अतिरिक्त समय मांगा। 26 मई 2025 को उन्होंने कार्यालय में आकर बताया कि मामला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरजपुर के समक्ष विचाराधीन है। लेकिन उनके पास फर्जी दस्तावेजों के संबंध में कोई स्थगन आदेश नहीं था। फर्जी दस्तावेज से नौकरी लगवाई थी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आयुक्त के मुताबिक, फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाना मानव संसाधन नीति-2018 का उल्लंघन है। यह गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है। इसलिए 23 फरवरी 2024 को जारी नियुक्ति आदेश को रद्द कर मानव संसाधन नीति 2018 के प्रावधान 34.3 के तहत उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।