भास्कर न्यूज | कवर्धा ग्राम सरेखा स्थित 17वीं बटालियन छग सशस्त्र बल (सीएएफ) मुख्यालय कैंप से 3 नवंबर को एक इंसास राइफल, 20 राउंड कारतूस और मैगजीन चोरी हुई थी। वारदात को अंजाम देने के मामले में आरोपी आरक्षक नरोत्तम रात्रे को कबीरधाम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ऑनलाइन जुआ-सट्टा खेलने का आदी था। उसके ऊपर लगभग 4 लाख रुपए का कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए उसने इस वारदात को अंजाम देने प्लानिंग की थी। आरोपी आरक्षक नरोत्तम ने घटना से पहले एक महीने की छुट्टी ली थी। छुट्टी के दौरान 15 दिन वह सरेखा कैंप में ही अपने निवास पर रुका, जहां उसने कैंप में रैकी करके राइफल चोरी की पूरी प्लानिंग की। इसके बाद वह परिवार के साथ अपने गांव चला गया। घटना के दिन आरोपी बाइक से सरेखा कैंप पहुंचा। बाहर बाइक खड़ी कर चोरी-छिपे कैंप के अंदर घुसा। गार्ड रूम में जाकर ड्यूटी पर तैनात जवानों के बीच ड्यूटी बदली के समय का लाभ उठाते हुए राइफल, मैगजीन और कारतूस चोरी कर फरार हो गया था। चोरी के तीन हफ्ते बाद 6 दिसंबर 2024 को आरोपी आरक्षक नरोत्तम रात्रे ने जिस जवान की राइफल चोरी हुई थी, उसे अलग-अलग नंबरों से मैसेज करने लगा। राइफल वापस करने के बदले फिरौती की मांग की। आरोपी ने फर्जी नाम से नया सिम व मोबाइल खरीदा था और अलग-अलग मैसेज भेजे। आरोपी ने राइफल लौटाने के बदले में 10 लाख रुपए की डिमांड की थी। फिरौती की रकम बिलासपुर-जांजगीर चांपा रोड के एक सुनसान जगह में रखकर जाने के बाद राइफल मिल जाएगा, ऐसा बताया। फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले उसके साथी सुकित पिता सुशील केसरवानी (40 वर्ष) निवासी वार्ड-11, गोधापारा, थाना शिवरीनारायण को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।